विनोद नेताम
बालोद तूएगोंदी मामले को लेकर जिला में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं दिनांक 25/05/2022 को सर्व आदिवासी समाज के आह्वान पर तूएगोंदी में हुये विवाद को लेकर बालोद जिला बंद का आह्वान किया गया था, बंद के दौरान छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जिला के गुण्डरदेही में व्यापारीयों के मध्य जमकर विवाद हुआ है । व्यपारीयो ने छतिसगढ़ीहा क्रांति सेना पर आरोप लगाते हुए बताया की ,जिला बंद का आह्वान के दरमियान जबरन बंद कराने हेतू नगर में घुम रहे लोगों ने व्यापारियों से झड़प वाद विवाद एवं दुकानों व घरों में घुसकर तोड़फोड़ तथा लाठियों से मारपीट की गई, इसी मामले को लेकर प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रं 111/22 धारा 147 148, 294, 506, 323, 427, 452, IPC के अंतर्गत कार्यवाही की गई जिसमे 12 आरोपी एवं अन्य आरोपीयों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है , जबकि छत्तिसगढ़ीहा क्रांति सेना के द्वारा मामले में गुण्डरदेही के व्यपारीयो के खिलाफ भी थाना में लिखित शिकायत सौंपकर कार्यवाही की मांग किया है ।
संगठनों द्वारा शांति पूर्ण बंद की अनुमति लेकर लाठी डंडों के साथ जबरदस्ती बंद कराने एवं घरो एवं दुकानों में घुस कर तोड़फोड़ एवं मारपीट की गई हैं अतः शासन द्वारा निर्धारित प्रपत्र में अनुमति वालों पर भी इन्हीं धारोओं के अंतर्गत कार्यवाही की जाने मांग उठ रही हैं |
वहीँ दूसरी ओर बालोद जिला में कल प्रदर्शन के दौरान छतीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के संत एवं मुनि पर मंच से अभद्र टिप्पणी करने के कारण अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा अमित बघेल पर अपराध पंजीबध्द करने व गिरफ्तारी की मांग की जा रही हैं
बालोद जिला बंद को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं, एफआईआर होने के बाद अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा संत एवं मुनि द्वारा अभद्र टिप्पणी करने वाले अमित बघेल की गिरफ्तारी की मांग आज सुबह से ही दल्लीराजहरा में सकल जैन समाज, मुस्लिम समाज, सिंधी समाज एवं अन्य समाज के सैकड़ों लोगों के द्वारा रैली निकाल कर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन सौपा एवं दल्लीराजहरा थाने में एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की गई है ।