बालोद / गुरूर : जनपद क्षेत्र क्रमांक 16 के जनपद सदस्य योगश्वर सोनबेर ने क्षेत्र के ग्राम पंचायत चंदनबिरही , ग्राम पंचायत बागतराई एवं ग्राम पंचायत चिटौद में मनरेगा मजदूरों को लाकडाऊन के दौरान,हो रही पैसों और रोजगार की कमी को ध्यान में रखते हुए इन दिनों मनरेगा अधिनियम एक्ट गारंटी योजना के तहत क्रमशः पंचायत क्षेत्रों के एक एक वार्ड के मनरेगा मजदूरों को सोसल डिस्टेंस और शासन एवं प्रशासन सहित ग्राम पंचायत की देख देख व निगरानी में मनरेगा मजदूर साथीयों को राहत देते हुए कार्य संचालित किया जा राहा है।

जिसका विरोध क्षेत्र के जनपद सदस्य योगेश्वर सोनबेर सोसल मीडिया के वाट्स्प ग्रुप में करते हुए जिला कलेक्टर महोदय से कोरोना महामारी को देखते हुए इसे दुर्भाग्य जनक बताते हुए इसे बंद करने की मांग रखी है । जिस मांग को जनपद क्षेत्र क्रमांक 16 के आम मजदूर व पंचायत क्षेत्र के आम जनता जमकर विरोध कर रहे है क्षेत्र के आम जनता की मांग है कि उक्त मनरेगा कार्य को बंद करने वाले जनपद सदस्य कांग्रेस पार्टी से है और प्रदेश में मौजूदा समय के दौरान इन्हीं के पार्टी की सरकार है कुछ दिन पहले ही प्रदेश के मुखिया ने प्रधानमंत्री से मजदूरों की खाता में एक हजार रुपए डालने की मांग की थी केन्द्र की सरकार और भारतीय जनता पार्टी वाली नरेंद्र मोदी की सरकार ने मुख्यमंत्री की बात को अनसुना कर दिया जिसके चलते मजदूरों को घर चलाने के काफी परेशानियों से गुजरना पड़ राहा है ऐसे में शासन और प्रशासन जब मजदूरों को राहत देने के लिए मनरेगा जैसी गरीबी उन्मूलन कार्य कर रही है तब कांग्रेस पार्टी के जनपद सदस्य का इस तरह से कार्य का विरोध करना कंहा तक उचित है अतः हमारी मांग है कि जनपद सदस्य और कांग्रेस पार्टी मजदूरों के खाते में तत्काल पैसा जमा करें । ।एक ओर जहां कोरोना काल और लाकडाऊन के चलते आम आदमी एक एक रूपये के लिए मोहताज हो कर आज रह गए हैं, ऐसे में शासन और प्रशासन एवं ग्राम पंचायत उम्मीद की किरण बनकर मजदूरों को रोजी और रोटी प्रदान कर रही है, ऐसे में क्षेत्र के और सत्ताधारी पार्टी दल के जनपद सदस्य के द्वारा इस तरह की सोसल मीडिया में लेख उल्लेखनीय है । जनपद क्षेत्र क्रमांक 16 के सरपंच और पंच उक्त जनपद सदस्य के बयान को गंभीरता नहीं लेने की बात कहते हुए जनपद सदस्य को आड़े हाथों लिया है , और काहा है , कि उक्त जनपद सदस्य विकास के काम पर कम ध्यान देता है बजाए विवाद के , जिसके चलते आये दिन पंचायत में विवाद की स्थिति पैदा होता है । पुरोष्तम सिन्हा सरपंच ग्राम पंचायत चिटौद : ग्राम पंचायत चिटौद ,बागतराई , एवं चंदनबिरही के सरपंचों ने आपस में मिटींग कर मौजूदा स्थिति और मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है , जिसमें शासन और प्रशासन का सहयोग मिला है शासन के निर्देशानुसार हम सभी तीन ग्राम पंचायत बारी बारी से वार्ड वार मजदूरों को काम दे रहे हैं ताकी संकट के समय में मजदूरों को किसी भी तरीके से राहत पहुंचाई जा सके । चिंता राम साहू सरपंच बागतराई : हम मजदूरों की समस्याओ को देखते हुए शासन और प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग के निगरानी में मनरेगा कार्य संचालित कर रहे है उक्त मामले में जनपद सदस्य जी की मांग हास्यास्पद है अतः गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है ।
जिसका विरोध क्षेत्र के जनपद सदस्य योगेश्वर सोनबेर सोसल मीडिया के वाट्स्प ग्रुप में करते हुए जिला कलेक्टर महोदय से कोरोना महामारी को देखते हुए इसे दुर्भाग्य जनक बताते हुए इसे बंद करने की मांग रखी है । जिस मांग को जनपद क्षेत्र क्रमांक 16 के आम मजदूर व पंचायत क्षेत्र के आम जनता जमकर विरोध कर रहे है क्षेत्र के आम जनता की मांग है कि उक्त मनरेगा कार्य को बंद करने वाले जनपद सदस्य कांग्रेस पार्टी से है और प्रदेश में मौजूदा समय के दौरान इन्हीं के पार्टी की सरकार है कुछ दिन पहले ही प्रदेश के मुखिया ने प्रधानमंत्री से मजदूरों की खाता में एक हजार रुपए डालने की मांग की थी केन्द्र की सरकार और भारतीय जनता पार्टी वाली नरेंद्र मोदी की सरकार ने मुख्यमंत्री की बात को अनसुना कर दिया जिसके चलते मजदूरों को घर चलाने के काफी परेशानियों से गुजरना पड़ राहा है ऐसे में शासन और प्रशासन जब मजदूरों को राहत देने के लिए मनरेगा जैसी गरीबी उन्मूलन कार्य कर रही है तब कांग्रेस पार्टी के जनपद सदस्य का इस तरह से कार्य का विरोध करना कंहा तक उचित है अतः हमारी मांग है कि जनपद सदस्य और कांग्रेस पार्टी मजदूरों के खाते में तत्काल पैसा जमा करें । ।एक ओर जहां कोरोना काल और लाकडाऊन के चलते आम आदमी एक एक रूपये के लिए मोहताज हो कर आज रह गए हैं, ऐसे में शासन और प्रशासन एवं ग्राम पंचायत उम्मीद की किरण बनकर मजदूरों को रोजी और रोटी प्रदान कर रही है, ऐसे में क्षेत्र के और सत्ताधारी पार्टी दल के जनपद सदस्य के द्वारा इस तरह की सोसल मीडिया में लेख उल्लेखनीय है । जनपद क्षेत्र क्रमांक 16 के सरपंच और पंच उक्त जनपद सदस्य के बयान को गंभीरता नहीं लेने की बात कहते हुए जनपद सदस्य को आड़े हाथों लिया है , और काहा है , कि उक्त जनपद सदस्य विकास के काम पर कम ध्यान देता है बजाए विवाद के , जिसके चलते आये दिन पंचायत में विवाद की स्थिति पैदा होता है । पुरोष्तम सिन्हा सरपंच ग्राम पंचायत चिटौद : ग्राम पंचायत चिटौद ,बागतराई , एवं चंदनबिरही के सरपंचों ने आपस में मिटींग कर मौजूदा स्थिति और मजदूरों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है , जिसमें शासन और प्रशासन का सहयोग मिला है शासन के निर्देशानुसार हम सभी तीन ग्राम पंचायत बारी बारी से वार्ड वार मजदूरों को काम दे रहे हैं ताकी संकट के समय में मजदूरों को किसी भी तरीके से राहत पहुंचाई जा सके । चिंता राम साहू सरपंच बागतराई : हम मजदूरों की समस्याओ को देखते हुए शासन और प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग के निगरानी में मनरेगा कार्य संचालित कर रहे है उक्त मामले में जनपद सदस्य जी की मांग हास्यास्पद है अतः गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है ।