सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी अनुसार पहले से बनी हुई घर को प्रधानमंत्री आवास योजना में शामिल कर हितग्राही के जरिए इस योजना में सरकारी पैसा हजम करने की थी नियत, किंतु जनपद पंचायत गुरूर के सीईओ को उक्त घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर हितग्राही के खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आंबटित की जाने वाली राशि को तत्काल प्रभाव से रोका और प्लान हो गई चौपट। मामले की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने बुलाई थी सार्वजनिक बैठक।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार विगत कई वर्षों से देश के अंदर मौजूद रहने वाले गरीब जनता को पक्का छत दिलाने हेतू कमर कस कर काम करते हुए दिखाई दे रही है। इस बीच हम अपने सुधी पाठकों को यह बताना चाहते हैं कि बिते कुछ अरसो के दौरान समुचे छत्तिसगढ़ प्रदेश में ( यानी कि पुर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासनकाल में) इस योजना के तहत महज न के बराबर काम हुआ है, लेकिन सूबे में जब से भारतीय जनता पार्टी की विष्णुदेव साय सरकार सांय सांय अंदाज में सत्ता सम्हाली है, तब से इस योजना के तहत शामिल गुरबती में जीवनयापन करने वाले गरीबों की खुशियों का ठिकाना नहीं है। आधुनिकीकरण के इस अमृतकाल रूपी कलजुग में भले ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आबंटित की जा रही सरकारी अनुदान राशि ऊंट के मुंह में जीरा समान है, किन्तु समय पर गरीबों को घर बनाने हेतू जितना भी मिल रहा है उतना ही गरीबों के लिए काफी है और इस बात का फायदा सरकार भी भली-भांति से उठा रही है। हालांकि जानकारी में आया है कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ग़लत तरीके से उठाने या फिर उठवाने में भूमिका निभा रहे हैं,जो कि नियमानुसार गलत माना जा सकता है। दरअसल गुरूर जनपद पंचायत क्षेत्र की भाजपाई महिला जनपद पंचायत सदस्य की भूमिका संदेहास्पद बताई जा रही है। चूंकि प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी महत्वकांक्षी योजना जिसे गरीबों को गरीबी और गुरबती से निकाल बाहर करने के लिए अबतक का सबसे कारगर कदम बताया जा रहा है और इस उपाय के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की आगवानी में सांय सांय तरीके से छत्तिसगढ़ राज्य की सरजमीं पर भी गरीबों के लिए पक्का मकान बनाने का सिलसिला जारी है। ऐसे जनपद पंचायत गुरूर की एक महिला सदस्य महोदया जी की गृह ग्राम बगदई की पावन धरा में सांय सांय प्रधानमंत्री आवास योजना में होने वाली लापरवाही किसी भी भाजपाई नेता के लिए सम्मान की बात नहीं हो सकती है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए सर्कुलर जारी करते हुए पहले ही कह दिया है कि हर भाजपाई नेता और कार्यकर्ता का नैतिक जिम्मेवारी बनती है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा संचालित की जा रही, सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का काम कर हर भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी नेता और कार्यकर्ता ईमानदारी से करें, हालांकि प्रधानमंत्री आवास योजना में बरती जा रही धांधली को लेकर ग्राम पंचायत बगदई ग्रामीणों ने ग्रामीण बैठक कर आवास योजना से ताल्लुक रखने वाले कर्मचारी और अधिकारी पर धांधली का आरोप लगाया है, कि बैगर सरकारी नियमों का पालन करते हुए राजनीतिक फायदा उठाने का प्रयास किया गया है, लेकिन हकिकत के धरातल पर मंजर चिख चिख कर बंया कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के इस महत्वकांक्षी में पलीता लगाने का काम ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक से अन्य कई और लोग शामिल हैं। अब ऐसे में देखने वाली बात यह है कि सुशासन रूपी सुदर्शन चक्र धारी विष्णुदेव साय की डबल इंजन सरकार देश के यशस्वी और लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार के द्वारा संचालित की जा रही इस योजना में कथित रूप से धांधली की इस खबर को कितना असरदार मानकर चलती है।