गौरतलब हो कि एक ओर जहां भू वैज्ञानिकों और सरकार के द्वारा जिला प्रशासन बालोद के साथ जिला में निवासरत सभी जिलावासियों को बार बार आगाह किया जा रहा है कि पूरे देश भर के अंदर बालोद जिला के गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र की उपजाऊ भूमि आगामी आने वाले दिनों में पानी नहीं होने के चलते बंजर होने के कगार पर तेज गति से बढ़ रही है,वंही दुसरी ओर जिला प्रशासन भू वैज्ञानिकों और सरकार की इस चेतावनी को तूर्रा साबित करने में सांय सांय तुली हुई नजर आ रही है। हैरानी के साथ कहना पड़ रहा है कि जहां अंचल में निवासरत किसान इस बात को समझते हुए डबल प्लान धान की खेती को लगभग त्यागने लगे हुए हैं, तो वंही दुसरी ओर अंधी गंधारी बनी हुई जिला प्रशासन बालोद अपनी लापरवाह रवैया से इतनी बड़ी संवेदनशील चेतावनी के बावजूद बाज आने को तैयार नहीं है। बता दें कि गुरूर विकासखण्ड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत देवकोट में सरकारी पीएचई विभाग के बोर में एक दंबग इट भट्टा संचालक गंगा राम चक्रधारी ने अवैध कब्जा करते हुए देवकोट के अंदर मौजूद ग्रामवासियों को पानी की एक एक बुंद के लिए तरसा रखा है। उक्त मामले को लेकर टाप भारत न्यूज नेटवर्क एवं अन्य अखबारों के द्वारा जमीनी धरातल से ताल्लुक रखने वाली सच्चाई को उजागर करने का एक सफल प्रयास किया इसके साथ ही उक्त मामले की विस्तृत जानकारी दुर्ग संभाग के डिप्टी कमिश्नर एवं एस डी एम गुरूर को दी गई थी किन्तु विडम्बना देखिये भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन सरकार में भारतीय जनता पार्टी के जिला पंचायत सदस्य के गृहग्राम के ग्रामीणों को अबतक शुद्ध जल नशिब तक नहीं हुआ है। मीडिया कर्मियों के लाख दुहाई देने के बाद ले देकर विद्युत विभाग पलारी ने पीएचई विभाग के द्वारा खोदी गई सरकारी पंप पर अपने नाम से विद्युत कनेक्शन लेकर ग्रामीणों की हक को मारने वाले गंगाराम चक्रधारी का कनेक्शन कांटा,किन्तु ग्रामीणों को पीने के लिए पानी अब भी नहीं उपलब्ध हो पा रहा है जो कि एक बड़ी चिंता का बात है। इस बीच विद्युत विभाग पलारी में पदस्थ जे ई साहू का मनाना था कि उन्हें ग्रामीणों ने आश्वासन दिया इसलिए उनके विभाग के द्वारा अस्थाई बिजली कनेक्शन दिया था किन्तु शिकायत मिलने पर अब कांटा जा रहा है।नैतिकता और सांय सांय सुशासन रूपी सुदर्शन चक्र धारी सरकार के इस दौर में आखिरकार उक्त मामले को लेकर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है? जबकि सरकारी सेवा भूमि की जमीन पर एक दंबग गंगा राम चक्रधारी ग्राम पंचायत देवकोट के पुराने सरपंच के अनैतिक सह पर पानी की एक एक बुंद को तरसते जनता को उनकी मूलभूत सुविधाओं से दूभर कर रखा है। उक्त मामले को हमारे द्वारा पुख्ता सबूत के साथ खबर प्रकाशित किया गया है और इसके साथ ही मामले में गुरूर एस डी एम आर के सोनकर साहब और डिप्टी कमिश्नर दुर्ग संभाग को तत्काल सुचना देते हुए तुंरत कार्यवाही की मांग किया गया है। अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से सुनते ही कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने निर्देश गुरूर तहसीलदार हनुमत श्याम को दिया गया है किन्तु हैरानी की बात यह है कि मामले को लेकर अबतक गुरूर तहसीलदार हनुमत श्याम जी का रवैया एक फिर सवालों के घेरे में खड़ा हुआ है। बहरहाल गुरूर तहसीलदार हनुमत श्याम जी ने क्या कार्यवाही किया है। यह फिलहाल देवकोट के अंदर मौजूद रहने वाले किसी नागरिक को पता नहीं चल पाया है,लेकिन जिस तरह से खबर प्रकाशित करने के बाद आला अधिकारियों से मामले में शिकायत दर्ज कराई गई है' उसके बाद ग्रामीणों को उनके घरों में पानी उपलब्ध हो जाना चाहिए था वह अभी तक संभव नहीं हुआ है।