मुकेश कश्यप
कुरूद . कुरूद दशहरा महोत्सव रजत वर्ष मे शारदीय नवरात्रि की छटवी रात्रि छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय गायक सुनील तिवारी नाईट की मनभावन प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एसडीओपी श्रीमती रागिनी मिश्रा थी। अध्यक्षता नायाब तहसीलदार सुश्री ज्योति ठाकुर ने की। विशिष्ट अतिथियों के रूप में मंडी सचिव राजू रात्रे, बीआरसीसी कुलेश्वर सिन्हा, बिजली विभाग के अधिकारी सुरेश कोसरे, राकेश सिन्हा आदि थे।
अतिथि उद्बोधन के क्रम में रागिनी मिश्रा और ज्योति ठाकुर ने कहा कि नगर की संस्कृति और परंपरा को सहेजने और युवा पीढ़ी को एक नया मंच देने भानु जी और कुरूद दशहरा महोत्सव के सदस्यगण जो कार्य कर रही है ,वह काफी सराहनीय है।उन्होंने आयोजन से जुड़े लोगों और दर्शकों को नवरात्रि की बधाई देते हुए उन्होंने अतिथि सम्मान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।सुनील तिवारी ने कहा कि मुझे लगातार कुरूद की जनता ,आयोजन समिति का प्रेम और माता रानी का आशीर्वाद मिल रहा है,इसकी वजह से मेरा आज कार्यक्रम इतनी बारिश में भी हो रहा है।मुझे लगातार यहां कार्यक्रम के लिए बुलाया जा रहा है,एक कलाकार के लिए इससे बड़ा सम्मान और क्या होगा,इसके लिए मैं सभी का शुक्रगुजार हूं।इसके उपरांत दशहरा महोत्सव समिति द्वारा समस्त मंचासीन अतिथियों और कलाकार सुनील तिवारी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इसके उपरांत सुनील तिवारी जी और उनके कलाकारों की मनभावन प्रस्तुति प्रारंभ हुई। प्रथम पूज्य देवता श्री गणेश जी की वन्दना के साथ इसका आगाज हुआ। तत्पश्चात सुनील तिवारी ने दौड़ो दौड़ो दाई अब रण मां वो गाने के साथ कार्यक्रम में अपनी पहली प्रस्तुति दी।साथ ही उन्होंने दुर्गा पूजन, बम लहरी , नौ दिन चले नवरात्र ,एक आना दु आना, पांव के पैजनिया दाई वो सहित एक से बढ़कर एक लोक पारंपरिक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। उन्होंने तात्कालिक मांग के अनुसार जसगीतों की प्रस्तुति दी। साथ ही सहयोगी कलाकारों ने भी अपने बेहतरीन गायकी से माता जसगीत की मनभावन प्रस्तुति से समां बांधा।देर रात तक हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्शकों की भीड़ रही। हालांकि कार्यक्रम बारिश के चलते विलंब से प्रारंभ हुआ।शाम से हो रही बूंदाबादी के कारण कार्यक्रम के ना हो पाने की आशंका बनी थी। लेकिन जल्द ही बारिश के रुकने और मौसम के सामान्य होने के कारण शुरू हुए कार्यक्रम में धीरे-धीरे दर्शकों की भीड़ बढ़ने लगी और कार्यक्रम अपने मुख्य रंग में रोज की तरह आ गया।अंत में महोत्सव समिति द्वारा सुनील तिवारी की टीम के नेत्रहीन इनेंद्र नेताम को उनके बेहतरीन बांसुरी वादन के लिए सम्मानित किया गया।साथ ही अन्य कलाकारों का भी सम्मान हुआ।
आभार प्रदर्शन करते हुए महासचिव भानु चंद्राकर ने कहा यह कुरूद की जनता का स्नेह और जगदम्बे भवानी का आशीर्वाद था,जिसकी वजह से हमारा कार्यक्रम बारिश के व्यवधान के बावजूद हो गया। मैं हमारे प्रेरणा स्रोत मुख्य संरक्षक अजय चन्द्राकर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, शासन प्रशासन के अधिकारियों, सहयोग देने वाले चिन्हित सहयोगियों, महोत्सव से जुड़े नगर के समस्त शासकीय विभागों को प्रभारियों, महोत्सव मे सम्मिलित हुए समस्त अतिथियों, गणमान्य जनों सहित नगर-क्षेत्र की हजारो श्रद्धालुओं का आभार प्रकट करता हु और भाई सुनील तिवारी का विशेष रूप से धन्यवाद प्रकट करता हु,जिन्होंने लगातार इस आयोजन में अपनी कला के माध्यम से हम सभी को अपना मुरीद बनाया है। श्री भानु ने आगे कहा कि सप्तमी 9 अक्टूबर को राजेश अवस्थी नाईट,अष्टमी 10 अक्टूबर को किरण शर्मा रायगढ़ द्वारा माता का जगराता और दशहरा के अवसर पर विजय सिंह ग्रुप की शानदार प्रस्तुति होगी, इसमें आप सभी सादर आमंत्रित है। कार्यक्रम का मंच संचालन महोत्सव के पदाधिकारी प्रभात बैस ने किया।
कार्यक्रम में महोत्सव समिति के अध्यक्ष अनिल चंद्राकर, कोषाध्यक्ष बसंत सिन्हा, खिलेंद्र देवांगन, मुलचंद सिन्हा, किशोर यादव, खूबलाल चंद्राकर, मुकेश कश्यप, योगेश चन्द्राकर, वैभव चन्द्राकर, रवि चंद्राकर, डब्बू निर्मलकर, केशव चन्द्राकर, वंश खत्री, राकेश यादव, देवा साहु, टकेश्वर चन्द्राकर, रंजन साहु, सहित महोत्सव समिति के सदस्यगण और हजारों के संख्या में श्रद्धालुजन सम्मिलित हुए।