छत्तीसगढ़ मानस संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष श्री चम्पेश्वर सिंह राजपूत ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में एक वीडियो जारी कर प्रथम कार्यकाल की समाप्ति की घोषणा की । उन्होंने उम्मीदवारी के लिये नियमावली का भी विवरण रखा। इसी महीने से कई जिलों में चुनाव होना शुरू हो जाएगा।बहुत जल्दी ऑनलाइन मीटिंग का लिंक भी शेयर किया जाएगा साथ ही ऑफ लाइन बैठक की भी सूचना जारी की जाएगी।उन्होंने सबको अपने पंजीयन का नवीनीकरण कराने तथा नई मण्डली को पंजीकृत करने व ज्यादा से ज्यादा आजीवन सदस्य बनाने का आह्वान किया।
अभी वो लगातार संगठन से जुड़े मानस आयोजन समिति के सदस्यों,पदाधिकारियों के शोक संतप्त परिजनों से मिलकर मृतक संस्कारों में भाग ले रहे हैं। ज्ञात हो कि उनके अग्रज और बालोद जिले के उपाध्यक्ष श्री जितेंद्र सिंह राजपूत की अर्धांगनी स्वर्गीय श्रीमती सविता राजपूत जी के आसमयिक निधन में पारिवारिक कार्यक्रम में वे महीने भर लगे रहे। गोविंदपुर में उनके परिजन के मृतक कार्यक्रम में होने से वे 13 दिन तक धर्मिक कार्यो से भी दूर रहे।इस बीच बीच मे मानस संगठन के बालोद जिला के अध्यक्ष स्वर्गीय श्री चैत राम मालेकर गहिरानावगांव के निधन होने से वे वँहा 3 जून को कार्यक्रम में शामिल हुए। इसी तरह महर्षि वाल्मीकि सम्मान से अलंकृत स्वर्गीय श्री मेहत्तर राम यादव सत्यम शिवम सुंदरम मानस परिवार भरदाकला के परिजनों से मिलने भी वो गए।
इधर प्रदेश संगठन के महासचिव श्रीमती राधामोहन साहू जी के देवर जी स्वर्गीय श्री भुनेश्वर साहू जी के मृतक कार्यक्रम में भी सामाजिक रीतियों के कारण वो शामिल नहीं हो सके। वंहा सौजन्य भेंट करने प्रतिनिधि मंडल को जाना भी तय है।
इसी तरह से भठेली (भखारा )से छत्तीसगढ़ मानस संगठन के स्वर्गीय श्री मया राम सिन्हा स्मृति सम्मान से अलंकृत आजीवन सदस्य राम कथा के अनन्य भक्त रामलीला -रामायण से जुड़े रहने वाले सेवा निवृत्त शिक्षक स्वर्गीय श्री फिरंगी लाल साहू जी के परिजनों से मिलने भी वो जाएंगे।
उन्होंने बताया है कि छत्तीसगढ़ मानस संगठन अब उन जिलों में काम कर रहा है जँहा पर शुरू में कम मंडलियां पंजीकृत हुई थी। उन जिलों में बहुत अधिक संख्या में मानस से जुड़े लोग संगठन से जुड़ रहे हैं। शुरू से जुड़े लगभग 2000 निष्क्रिय मानस मंडलियों का संगठन में पंजीयन को भी निरस्त किया गया। उन्होंने बताया कि अभी संगठन में 3500 सक्रिय मानस मंडलियां 2000 मानस मंडलियों के पंजीयन निरस्त करने के बाद जुड़ी हुई हैं। जो दिनों दिन आगे बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा 135 आजीवन सदस्य भी संगठन से जुड़े हैं।इस बार अन्य राज्यों से भी ज्यादा मंडलियां संगठन से जुड़ेंगी। जल्द ही यह संगठन राष्ट्रीय संगठन बन जायेगा। अभी भी 7 अन्य राज्यों से कुछ- कुछ मानस प्रेमी छत्तीसगढ़ मानस संगठन से जुड़ी हुई हैं।
नए कार्यकाल में किसी पद पर कोई आरक्षण नहीं होगा। सभी पद पर स्त्री -पुरुष समान रूप से उम्मीदवारी कर सकेंगे। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,कोषाध्यक्ष, सचिव ,सहसचिव के प्रत्यक्ष चुनाव होंगे। बांकी 3 उपाध्यक्ष, प्रचार सचिव, संगठन मंत्री, मीडिया प्रभारी,प्रवक्ता, संरक्षक इत्यादि पद पर मनोनयन होगा। उम्मीदवारों के संगठन के प्रति पूर्व में किये गए कार्यों और वर्तमान की सक्रियता को ध्यान में रखकर ही उम्मीदवार को आवेदन फार्म जारी किया जाएगा।इस बार नामांकन शुल्क भी जमा लिया जाएगा।
बरसात के मौसम में सभी मानस मण्डली और मानस प्रेमियों से उन्होंने उचित जगह चयन कर बरगद, पीपल और नीम के पौधे रोपित करने का निवेदन किया है। इस बार उम्मीदवार को उनके नामांकन फार्म में उनके द्वारा रोपित पौधों के बारे में भी पूछा जाएगा।
यह जानकारी राज्य के मीडिया प्रभारी श्री दुखहरण साहू जी ने दी।