सुहाग की लंबी उम्र की कामना के साथ महिलाओं ने रखा व्रत
मुकेश कश्यप
कुरूद. नगर सहित ग्रामीण अंचल और आसपास वट सावित्री व्रत का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मातृ शक्तियों ने अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत रखा।साथ ही बरगद वृक्ष के समीप विशेष पूजा अर्चना कर विधि विधान से अनुष्ठान पूर्ण कर पति की लम्बी आयु की कामना की।आस्था,भक्ति और श्रद्धा चरम पर थी।महिलाओं ने अपनी समर्पित भावना के साथ व्रत की तमाम विधियों को पूरा किया।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को किया जाता है। इस दिन सुहागन स्त्रियां बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।वट सावित्री व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है।कहते हैं कि इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं एक साथ मिलकर कथा सुनती हैं।इस व्रत में वटवृक्ष की पूजा की जाती है।महिलाएं अखण्ड सौभाग्य व परिवार की समृद्धि के लिए यह व्रत करती हैं।व्रत की परिक्रमा करते समय 108 बार सूत लपेटा जाता है।महिलाएं सावित्री-सत्यवान की कथा सुनती हैं।सावित्री की कथा को सुनने से मनोरथ पूर्ण होते हैं और विपदा दूर होती है।