चुनावी परिणाम के खुशी के बीच में एक गंभीर सवाल बना हुआ है प्रतित नजर आ रहा है। क्या बिरेश ठाकुर को उनके अपने पुराने साथी ही ले डूबे ? क्या भोजराज नाग उनके विरोध में खड़े दिखाई देने वाले अंतागढ़ क्षेत्र के आदीवासियों संग इंसाफ कर पायेंगे?
@ Vinod netam #
बालोद: बहुत कम वोटों का अंतर दोनो प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के बीच देखने को मिला है 'लेकिन जैसा कि नियम है जीत किसी एक को मिलना तय हैं। ठीक उसी तरह भोजराज नाग जनता के द्वारा चुनकर अब कांकेर लोकसभा संसदीय सीट से सांसद बन चुके है। कांकेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र अंतर्गत जितने भी उम्मीदवार लोकतंत्र के इस महापर्व में सहभागी बने हुए थे ' उन्होंने ने भी लोकतंत्र की बुनियाद को मजबूत बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। अतः उनके इस योगदान के लिए उन्हें भी हार्दिक शुभकामनाएं। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांकेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार बिरेश ठाकुर और कांग्रेस पार्टी की मेहनत गई एक बार फिर बेकार। बिरेश ठाकुर की हार के चलते कांग्रेस पार्टी से उम्मीद रखने वाले मतदाताओं की टुटी हिम्मत। जिसकी मुख्य वजह कांग्रेस पार्टी के बागी नेताओं के साथ कांग्रेसी विधायकों की उदासीनता को ठहराया जा रहा है। दूसरी ओर लोकसभा चुनाव परिणाम के चलते भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह। भोजराज नाग के विजय घोषित होते ही कांकेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र के गांव गांव में फूटे जीत के भंयकर पटाखे। इस दौरान ज्यादातर भाजपाई कमल भैय्ये नेता जय श्री राम के नारे और भोजराज नाग जिंदाबाद का नारा बुलंद करते हुए दिखाई दिए है। हालांकि बरसों से लापता नरसो बाई के परिजन आज फिर यह पुछ रहे हैं कि अब नरसो बाई का पता चल पाएगा या फिर दिल्ली जाकर पता करना पड़ेगा। बहरहाल लोकसभा चुनाव में मिली हार के चलते कांग्रेस पार्टी की गलियों सन्नाटा पसरा हुआ बताया जा रहा है। बावजूद इसके आम जनता के मन से निकल कर एक सवाल फिंजा में गूंज उठा है। हालांकि फिंजा में उड़ते हुए इन सवालों को लेकर आमतौर पर कोई ध्यान नहीं देता है, लेकिन टाप भारत न्यूज नेटवर्क की टीम ने सदैव राजनीतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले तमाम उड़ते हुए ख़बरों को डंके की चोंट पर पूरे सबूत के साथ अपने क्षुधी पाठकों तक पहुंचाने का कार्य निस्वार्थ मन से किया है। बता दें कि मोदी सरकार 2024 की लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद आज न्याय की कटघड़े में खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। देश का बच्चा बच्चा भंलिभांति रूप से यह जानता है कि देश की सरजमीं पर सियासत इतना गन्दा हो चुका है कि इसकी बदबू से देश के हर कण में मौजूद शिव अब शव बनने की कगार पर पहुंच चुका है। भारतीय जनता पार्टी आज चार सौ पार की आंकड़ा को पार करने की मंशा लिए हुए चंन्द्रबाबू नायडू और नितिश बाबू की नाव पर 290 के आसपास अटका खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। बहरहाल भोजराज नाग ने यह साबित किया है कि वह एक जन नेता हैं। उनके ऊपर तमाम तरह की आरोप लगाये गये थे, आज भी लग रहे हैं,कल भी लगते रहेंगे इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए लेकिन तमाम तरह की आरोप लगने के बावजूद जिस तरह से कांकेर सांसद भोजराज उन तमाम आरोपों को लेकर कभी भी कंही पर भी और कुछ भी किसी को एक शब्द तक नहीं बोलें, शायद भोजराज नाग का जीत की सबसे बड़ा वजह यही है। बड़े बुजुर्ग कह गए हैं कि इमली के वृक्ष को सदैव उस पर पड़ने वाले लाठी और पत्थर से प्यार करना चाहिए क्योंकि इमली को यही महान बनता है। उम्मीद है भोजराज नाग कांकेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र में सरकार के साथ मिलकर इस क्षेत्र में रहने वाले आम जनता की उन्नति और तरक्की के लिए बेहतर कार्य करेंगे जिससे भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओ में सेवा और खुशी भाव बना रहे और जनता भी खुश रहे ताकि भोजराज नाग और भारतीय जनता पार्टी का सम्मान सदैव कांकेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र पर बना रहे।