@ विनोद नेताम #
एक तरफ देश के अंदर प्रभू श्री राम चंद्र जी को उनके घर में बिठाने हेतू पूरा देश सड़क पर उतर आया था वंही दूसरी ओर उपराष्ट्रपति जगदिप धनखड़ को चुपचाप गोपनीय तरीके से जनता की मेहनत से कमाई गई पैसों से बनाई घर में घुसना पड़ा है? आखिर क्यों विश्व के पांचवीं सबसे बड़ी इकानॉमिक वाले राष्ट्र के उप-राष्ट्रपति महोदय जी को सम्मान पुर्वक उनके निवास पर नहीं ठहराया जा सका। चुपचाप गोपनीय तरीके से सरकारी बंगला में एक उप-राष्ट्रपति का निवास हेतू पहुंचना उचित है? क्या इससे भारत की आन बान और शान पर बट्टा नहीं लगता है?
नई दिल्ली : देश के राजधानी दिल्ली में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री के साथ-साथ उप राष्ट्रपति के लिए भी नया घर बनना था! प्रोजेक्ट के तहत घर बन चुका है और बकायदा पूजा पाठ भी हो गई है और इसी के साथ उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ परिवार के साथ नए घर में शिफ्ट भी हो गए हैं! इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नए घर पर लगभग 200 करोड़ रुपये का खर्चा हुआ है! जिसमें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, कॉन्फेरेंस फैसिलिटी और स्विमिंग पूल जैसी कई सुविधाएं दी गई हैं! हालांकि मोदी सरकार देश में रहने वाले करोड़ों गरीबों को भी पक्का घर मिले करके प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए एक लाख बीस हजार रुपए योजना के तहत प्रदान करने का दावा करते हुए दिखाई देती है! गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए देश के करोड़ों गरीबों का भी मोदी सरकार के कार्यकाल में पक्की छत का सपना पूरा हो रहा है,लेकिन मंहगाई और बेरोजगारी वाले अमृतकाल के दौर में क्या यह संभव है कि मोदी सरकार के द्वारा दी जाने वाली महज एक लाख बीस हजार रुपया में गरीबों को पक्का छत मिल जाए,निश्चित रूप से मंहगाई के इस दौर में यह कतई संभव नहीं है और जब संभव नहीं है, तो मोदी सरकार के दावे को लेकर सवाल उठना लाजिमी है। हालांकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत तय किए गए सरकारी मापदंडो के मुताबिक सरकार गरीबों के घरों में इस योजना के तहत स्विमिंग पूल का निर्माण नहीं करती है और न ही स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनवाती हैं बल्कि महज दो कमरा और एक रसोई घर बनवाती हैं! बावजूद इसके इन दो कमरों और एक रसोई बनाने के लिए एक लाख बीस हजार रुपए प्रदान करती है! खैर गरीबों को इन सब की आवश्यकता भी नहीं है लेकिन मंहगाई और बेरोजगारी के इस दौर में जिस तरह से प्रधानमंत्री आवास योजना पर गरीबों को जो सरकारी अनुदान राशि दी जा रही है,वह निहायत ही कम है! भले ही सरकार के लिए यह रकम देश में रहने वाले करोड़ों गरीब परिवारों के हिसाब से ज्यादा हो सकता है,लेकिन जमीनी धरातल पर गरीबों को सरकार से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने छत का सपना अनुदान राशि में बैगर बढ़ोतरी के संभव नहीं हैं!
रिपोर्ट के मुताबिक, उप राष्ट्रपति जगदिप धनखड़ ने 14 फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर नए घर में पूजा करवाई थी! इसके बाद से ही मौलाना आजाद रोड वाले उपराष्ट्रपति भवन से शिफ्टिंग का प्रोसेस शुरू हुआ,फिर 4 अप्रैल को उप राष्ट्रपति भी चुपचाप नए घर में चले गए! इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी अब तक सामने नहीं आई है! राज्यसभा की वेबसाइट पर भी उप राष्ट्रपति का एड्रेस पुराना ही दिख रहा है!
नया घर या 'वी-पी एन्क्लेव' नॉर्थ ब्लॉक और राष्ट्रपति भवन के पास 15 एकड़ की जमीन पर बना है! परिसर में उप राष्ट्रपति का घर और एक अलग सचिवालय भवन शामिल है जिसमें उनका ऑफिस और एक कॉन्फेरेंस रूम है! इसके अलावा एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्विमिंग पूल भी है जिसे बाद में प्रोजेक्ट में जोड़ा गया!
नवंबर 2021 में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने कॉम्प्लेक्स के निर्माण का ठेका 206.49 करोड़ रुपये में झारखंड की कमलादित्य कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिया था! हालांकि द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर करीब 300 करोड़ रुपये हो गई है।