मनीष सेन नगरी सिहावा सीतानदी उदन्ती अभ्यारण्य के बोरई मार्ग मे शाम होते ही सडको मे वाहनो का जमवाडा लग जा रहा जिससे सुबह होते ही सडको मे लग जाता है जाम जिसके चलते सडको मे दुर्घटनाऐ बढ रही जिससे आम ग्रामीणो किसानो व छात्र छात्राऐ सफर करने आतंकित है ग्रामीणो ने वन मार्ग मे रात मे भी गाडियो के पाबंदी हटाने माग की है
केशकाल घाट मे सडक निर्माण के चलते बस्तर जिला प्रशासन ने मालवाहक गाडियो का रूट चेन्ज किया है जिसके चलते अब मालवाहक गाडियो केशकाल , बोरई, नगरी होते हुए धमतरी पहुच रहे जहा सडको मे गाडियो का दबाव बढने से सडक दुर्घटनाऐ भी बढ रही साथ ही सडको मे गाडियो के खडे रहने से यातायात व्यवस्था भी चरमरा रही है जिससे आम ग्रामीण व सडको मे आवागमन करने वाले दो पहिया वाहन चालको व स्कूली छात्र छात्राऐ भयभीत है जहा ग्रामीणो ने जिला प्रशासन रात मे भी बोरई मार्ग मे वाहनो के चलने पर प्रतिबंध को हटाने की माग की है
जंगल मे नही है एक भी टायगर
उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व के चलते इस जंगल को सुरक्षित रखा गया जहा वन्य प्राणीयो को रात मे विचरण करने किसी प्रकार तकलीफ न हो व वन्य प्राणी वाहनो के चपेट मे आकर अपनी जान न गवाये और सुरक्षित रहे जिसके चलते सूर्यास्त से सूर्योदय तक यहा मार्ग मे वाहनो के आवागमन मे प्रतिबंध है मगर अब तक वन विभाग यहा एक भी टायगर की पुष्टी नही कर पाई
रात मे भी जंगलो मे खडी रहती है गाडी
वन्यप्राणीयो के सुरक्षा के चलते रात मे जंगलो मे वाहनो के प्रतिबंध के बावजूद वाहनो का दबाव रात मे जंगलो मे रहता है जाम के चलते जंगली रास्तो मे वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो कर या खराब गाडिया जंगलो मे सडक किनारे खडी रहती है जहा एक गाडी के साथ और गाडिया भी खडी रहती है जो सुबह होते ही चले जाते है
सुबह होते ही सडको मे नही रहती जगह
सुबह छः बजते ही बिरना सिल्ली और बोरई बेरियर मे गेट खुलते ही दोनो ओर सैकड़ो की संख्या मे एक साथ गाडिया निकलती है ऐसे मे सडक मे मालवाहक गाडी ही गाडी नजर आते है जहा सडको मे आम ग्रामीणो व दोपहिया वाहनो के लिये चलने लायक भी जगह नही बचती जहा हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है
जो सुबह 6 से 11 बजे तक सडको मे जाम की स्थिती बनी रहती है जहा किसान स्कूली छात्र छात्राऐ शिक्षक शिक्षिकाऐ को सबसे ज्यादा परेशानी होती है
अगर रात मे वाहन चलेगे तो नही लगेगी जाम
वही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि कैलाश जैन , बीरेन्द्र यादव , राजू सोम , प्रमोद कुजाम का कहना है की वन विभाग अगर समय और परिस्थिती को देखते हुए रात मे भी गाडियो को चलने की परमिशन देती है तो सडको मे जाम नही लगेगी रात भर जो गाडिया खडी हो जाती है वो अगर खडी नही होगी तो जाम की स्थिती निर्मित नही होगी और यातायात व्यवस्था भी बहाल होगा आम ग्रामीणो व स्कूली छात्र छात्राऐ भी स्कूल आराम से आ जा सकेगे दुर्घटना की संभावना नही।होगी