@विनोद नेताम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकानदारी चलाने का दम भरने वाले कांग्रेस पार्टी के तमाम बनिया उज्जवला योजना जैसे गरीबों के लिए बनाई गई योजना के तहत प्रदाय की जाने वाली गैस सिलेंडर की गैस को निकाल कर चोरी करते हुए दुकानदारी चलायेंगे क्या.आखिरकार कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ राज्य के संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र में 25 अगस्त के दरमियान घटी हुई घटना को लेकर क्यों मुंह फुलाए बैठी हुई है? सामने चुनाव है इसलिए जवाब जानना जनता का अधिकार है, क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव में विधायक प्रत्याशी घोषित होने का आसार हैं
रसोई गैस सिलेंडर के कीमतों में 200 रूपए तक की कटौती होने पर खुशी जाहिर करते हुए जिला मुख्यालय में जगह जगह भीड़ एकत्र कर केन्द्र सरकार की वाहवाही में पटाखे जलाने वाले लोगों की इस मामले में बरती जा रही चुप्पी पर भी सवाल आखिरकार क्यों खड़े ना हो?

सद्गुरु कबीर दास जी कहते है कि धीरे-धीरे रे मना,धीरे सब कुछ होय।
माली सींचे सौ घड़ा,रितू आए फल होय।
धीरे धीरे सब कुछ हो जाएगा माली सैकड़ों घड़े पानी पेंड़ में देता है, परंतु फल तो रितू आने पर ही लगता है।
बालोद : छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिला अंतर्गत संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र से जुड़ी हुई यह खबर स्वंतत्रता दिवस से महज कुछ दिन बाद की बताई जा रही है।
इस खबर में संजारी बालोद विधानसभा की स्थानीय विधायक संगीता सिन्हा के पति पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा को लेकर साथ ही इंडियन गैस सिलेंडर एजेंसी गुरूर के गैस सिलेंडरो में हो रही कालाबाजारी और काले कारनामों को लेकर बहुत कुछ लिखा गया है। खबर में स्पष्ट रूप से पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा के आचरण पर गंभीर तरीके से सवाल दागते हुए लिखा गया है कि उनके द्वारा उक्त मामले में सवाल पुछने वाले लोगों को चमकाया गया है और मामले में कवरेज करने गए हुए पत्रकारों को चमकाया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव सर पर है। इस बीच कांग्रेस पार्टी दोबारा छत्तीसगढ़ राज्य में सरकार बनाने के लिए ख्वाब संजोए हुए बैठी हुई नजर आ रही है।लगभग 90 विधानसभा सीटों पर जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है, जिसमें से 75+ विधानसभा सीट जीतने का कांग्रेस पार्टी दावा कर रही हैं। ऐसे में संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की मौजूदा विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा को छत्तीसगढ़ विधानसभा ने बिते कुछ महीने पहले उत्कृष्ट विधायक की सम्मान से सम्मानित किया है। इसलिए उनकी टिकट आगामी विधानसभा चुनाव में पक्की मानी जा रही है। साथ ही संगीता सिन्हा को लेकर यह भी कयास लगाई जा रही है,कि यदि वो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पिछली विधानसभा चुनाव की परफार्मेंस को बरकरार रखते हुए जीत दर्ज करने में सफल हो पाती है तो आगामी छत्तीसगढ़ केबिनेट में उन्हें अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि अभी संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के अंदर भी कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी का नाम अन्य विधानसभा क्षेत्रों की तरह चयन नहीं किया है, लेकिन वर्तमान विधायक संगीता सिन्हा टिकट के दौड़ में शामिल है और उनकी दावेदारी तय भी मानी जा रही। वर्तमान विधायक होने के नाते सबसे पहले उन्हीं के बारे में कहना और सोचना उचित माना जायेगा क्योंकि कांग्रेस पार्टी की मुख्य चेहरा विधानसभा क्षेत्र के अंदर अब तक वहीं रही है। वैसे देखा जाए तो संगीता सिन्हा एक बेहतरीन आचरण और व्यवहार से परिपूर्ण महिला नेत्री की जिंदा सबूत है। संगीता सिन्हा ने बतौर अपनी आचरण के दम पर ना सिर्फ सबका दिल विधानसभा क्षेत्र में जीतने में सफल हुई है,बल्कि पूरे विधानसभा क्षेत्र में घुम घुम कर लोगों की तकलीफों को सुनना, समझना और उनका निराकरण करना संगीता सिन्हा की आचरण में चार चांद लगाती है, लेकिन उनके श्रीमान पूर्व विधायक भैय्या राम जी जिनके आचरण और व्यवहार को लेकर कुछ भी कहना और टिप्पणी करना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भयानक भूल माना जाता रहा है। इस तरह की धारणा पूरे विधानसभा क्षेत्र में आम है। चाहे तो कांग्रेस पार्टी इस धारणा को लेकर बेरोजगारी के फर्जी आंकड़े जारी करने वाले एंजेसी से जांच करा लें, लेकिन हकीकत के धरातल पर जो मंजर व्यापक पैमाने पर व्याप्त है, उसे झुठलाया नहीं जा सकता है। ऐसे में सवाल बनता है,कि क्या पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा जी के आचरण और व्यवहार जिनके बारे में विधानसभा के अंदर लोगबाग चर्चा करने से भी कतराते हैं, क्या वे लोग संगीता सिन्हा के आचरण और व्यवहार पर पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा के द्वारा किए गए आचरण और व्यवहार को नजरंदाज कर देंगे। निश्चित तौर पर यह एक बड़ा सवाल है,और इस सवाल का जवाब आमतौर पर विधानसभा क्षेत्र में मौजूद सभी नागरिकों के पास उपलब्ध है, लेकिन जैसे कि हमने पहले ही जिक्र किया है, कि संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के अंदर पूर्व विधायक भैय्या राम के विषय में कहना और टिप्पणी करना भयानक भूल माना जाता है। अतः लोगो की इस खामोशी के असल मायने को कांग्रेस पार्टी को गंभीरता से समझने की आवश्यकता जताई जा रही है, क्योंकि विधानसभा क्षेत्र के अंदर कांग्रेस पार्टी लगातार दो पंचवर्षीय विधानसभा चुनाव से सत्ता में काबिज है। आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के पक्ष में होने की बात कही जा रही है। ऐसे में संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के अंदर कांग्रेस पार्टी की तीसरी बार मजबूती से पकड़ बनाए रखने हेतू पार्टी को गंभीरता से विचार करते हुए रणनीति बनाने की आवश्यकता है, ताकि 75+ की आंकड़े को और ज्यादा बल मिल सके।
