बालोद : छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिला की सियासी सरजमीं पर कांग्रेस पार्टी का परचम पिछले काफी समय से निर्बाध और दमदार तरीके से लहरा रही है। निश्चित रूप से इसके लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जिले की सियासी सरजमीं पर तबियत से मेहनत करते हुए जनसेवा का बीज बोंया होगा,तब जाकर यह राजनीतिक माजरा लोगों को तीनों विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रही है। जिला के अंदर मौजूद तीनो विधानसभा क्षेत्र में लगभग दो पंचवर्षीय विधानसभा चुनाव से कांग्रेस पार्टी दमदार तरीके से प्रदशर्न करते हुए आ रही है। लिहाजा आगे आने वाले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी तीनों विधानसभा क्षेत्रों में अपनी हाथों की पकड़ को और ज्यादा मजबूती से पकड़ने की फिराक में लगी हुई है।जिसके चलते कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेता और सियासी महारथी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में इस बार भी तबियत से जुटे हुए देखे जा रहे हैं।
एक ओर जहां संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र के अंदर वर्तमान विधायक संगीता सिन्हा और उनके पति पूर्व विधायक भैय्या राम सिन्हा अपने पूरे कूनबा के साथ क्षेत्र में अपनी पकड़ को मजबूती प्रदान करने में जुटे हुए बताए जा रहे हैं,तो वंही दूसरी ओर डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र में केबिनेट मंत्री अनिला भेड़िया अपनी कूनबा के जरिए जनता के समक्ष लगातार आ जा रही है और पुछ परख को बढ़ा रही हैं। गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र में तो स्थानीय विधायक कुंवर सिंह निषाद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी की जादू बिखेरने हेतू तैयार खड़े बताये जा रहे हैं।
राजनीतिक पंडितों की मानें तो जिला के समुचे भू-भाग जिसमें तीनों विधानसभा क्षेत्र के कण कण व्याप्त है। इन सभी जगहों पर लगभग कांग्रेस पार्टी की स्थिति विरोधी भारतिय जनता पार्टी से कंही बेहतर है।हालांकि कुछ वर्गों में स्थानीय विधायकों के प्रति कुछ बातों को लेकर नाराजगी स्पष्ट है,लेकिन कांग्रेस पार्टी इस नाराजगी को दूर करने हेतु लगातार प्रयास कर रही है।कांग्रेस पार्टी की ओर से किए जा रहे प्रयासों का बढ़िया सकारात्मक असर भी जमीनी धरातल पर लोगों को नजर आने लगा है। हां यह अलग बात है कि लोगों की नाराजगी को कांग्रेस पार्टी किस हद तक निकाल पा रही है या दूर कर पा रही है, लेकिन जो भी हो परिणाम भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है। जिस तरह से कांग्रेस पार्टी जिला के सियासी सरजमीं पर लोगों की नाराजगी को दूर करने की बात कह रही है या फिर करने का प्रयास कर रही है। यदि उस हिसाब से पार्टी के स्थानीय नेता जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र की सियासी सरजमीं पर यदि मेहनत करते है"तो निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी की वापसी जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में बिलकुल आसानी तय है। चूंकि छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस पार्टी को लेकर यह कयास लगाया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की सत्ता में इनकी सरकार दोबारा लौटेगी। ऐसे में जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी की लहर देखने को मिल सकती है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी अपने लाव लश्कर सहित पुरे दल-बल और ताकत के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार के विजय रथ को रोकने के लिए उत्साहित नजर आ रही है। बालोद जिला की सियासी सरजमीं पर कुछ साल पहले भाजपा का एकक्षत्र राज हुआ करता था। जिसे कांग्रेस पार्टी ने भसका कर राजपाट भाजपाई नेताओं से हथिया लिया है। अब जब विधानसभा चुनाव सर पर है, तब ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के नेता जिला के तीनों विधानसभा क्षेत्र में आगे होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होते हुए देखे जा रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे वाले विधानसभा चुनाव में जनता का मत किस करवट बैठती है।

