@प्रतीक भारद्वाज
रायपुर...छ.ग. हैल्थ फेडरेशन के द्वारा 5 सूत्रीय मांगो को लेकर 21 अगस्त 2023 से अनिश्चितकालीन जिला स्तरीय हड़ताल किया जा रहा है, दो दिवसीय जिला में धरना
प्रदर्शन के बाद प्रदेश के 40 हजार कर्मचारी राज्य कि ओर कूच कर दिए है। इधर राज्य शासन द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारीयों के हड़ताल पर एस्मा लगा दिया गया है। उसके बाद प्रदेश भर के कर्मचारी प्रांतव्यापी आंदोलन के लिए राजधानी रायपुर कि ओर कूच कर दिए है। छ.ग. स्वास्थ्य फेडरेशन के पदाधिकारी डॉ इकबाल हुसैन एवं टारजन गुप्ता ने बताया कि सरकार ने कोरोना काल मे स्वास्थ्य कर्मीयों एवं चिकित्सकों को राज्य मे महामारी को नियंत्रित करने के लिए देवदूत एवं धरती के भगवान तक की संज्ञा देकर तारीफ किया था, किन्तु जायज मांगो की अनसुनी किए जाने पर इन्हे आज आंदोलन के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है, और सरकार द्वारा दमनकारी नीति अपनाकर एस्मा लगा दिया गया है जिसकी प्रतियां जलाकर आज विरोध प्रदर्शन किया गया।
फेडरेशन के पदाधिकारी डॉ कमलेश इजारदार डॉ रीना राजपूत और सुमन शर्मा ने बताया कि अगर वेतनविसंगति का संशोधन समय रहते नही किया गया तो यह कुआं, खाई में बदल जाएगा जिससे स्वास्थ्य विभाग के नर्सिंग संवर्ग, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक एवं डॉक्टर को भारी नुकसान उठाना पडेगा। फेडरेशन के पदाधिकारी प्रवीण ढीडवंशी श्रीमती देवाश्री साव ने कहा कि विभाग द्वारा वेतनविसंगति दूर करने के लिए सहमत होते हुए शासन को पूर्व में वार्षिक बजट के साथ प्रस्ताव भेजा है जो लंबित है उसी तरह नर्सिंग संवर्ग के वेतनविसंगति के लिए गठित कमेटी ने भी 2018 में अनुसंशा किया है जो कि आज पर्यंन्त तक लंबित है। चिकित्सकों द्वारा किए जाने वाली मांगे विभाग मे चिकित्सकों के वेतनमान मे विसंगति दूर कर देगा एवं आवश्यक भत्ते कार्यों के आधार पर निर्धारित किया जाए इन सब मांगो के लिए कोई विशेष बड़े बजट कि आवश्यकता नही है फिर भी मांगो को अनदेखा किया जा रहा है। प्रदेश के 40 हजार स्वास्थ्य कर्मचारी अधिकारी आज 24 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास घेराव करेंगे एवं आवश्यकता पड़ी तो जेल भरो आंदोलन भी करेंगे। फेडरेशन के पदाधिकारी मे डॉ वी. के पॅगवार, डॉ मनुप्रतापसिंह, डॉ विनयवर्मा के साथ हजारों कर्मचारी अधिकारी धरना स्थल पर उपस्थित रहें ।