बालोद : छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा,घुरवा और बाड़ी जिसे छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर लोग चार चिन्हारी के रूप में आज पहचानते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की दूरदृष्टी सोंच और गांव, गरीब, एवं किसानों के प्रति सच्ची समर्पण कांग्रेस पार्टी की सरकार का मुख्य ध्येय रहा है। सेवा जतन सरोकार की विचारधारा से समाहित छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में मौजूद हर गरीब और किसानों की आर्थिक तरक्की के लिए सदैव तत्पर है। जिसके लिए छत्तीसगढ़ की माटी में निहित चार चिन्हांकित संसाधनों पर ध्यान देते हुए हमारी सरकार ने अपनी मुख्य योजना में इन चार चिन्हारियों को शामिल किया है। खुशी की बात यह है कि इस योजना में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार को ना सिर्फ ज्यादा मेहनत करना पड़ रहा है और ना लागत खर्च करना पड़ा है। ज्यादातर काम मनरेगा के तहत किया गया है और गोठान में जाकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले कमल भैय्ये भाजपाई नेता इस बात को भंलिभांती से जानते हैं कि मनरेगा योजना केन्द्र सरकार की योजना है और केन्द्र सरकार मनरेगा में छत्तिसगढ़ राज्य की उपलब्धियों की दुहाई देते हुए नजर आए है। मेरे जिला पंचायत क्षेत्र अंतर्गत लगभग सभी ग्राम पंचायतों में गौठान का निर्माण कराया गया है। लगभग सभी
गौठानो में हमने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बनाई गई गाइडलाइनो का पालन करने का प्रयास किया है। कांग्रेस पार्टी सरकार की ओर से बनाई गई गौठान से आज के वर्तमान समय में सभी संतुष्ट हैं। सिवाय कमल भैय्ये भाजपाई नेताओं को छोड़कर, चूंकि सामने विधानसभा चुनाव है और चुनाव में भाजपा मुद्दा विहिन बनकर हाएतौबा करने में जुटी हुई है, जबकि जिला के अंदर निर्मित गोठानो में ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को रोजगार मिल रही है। गोबर की खरीदी हो रही है और उसी गोबर से खाद बन रहा है जिसका इस्तेमाल करते हुए हमारे किसान तरक्की और उन्नति प्राप्त कर रहे हैं। आज किसानों को छत्तीसगढ़ सरकार उचित उनकी कमाई का एक एक रूपया हिसाब कर दे रही है। किसान खुशहाली की जिंदगी जी रहे हैं। कुलमिलाकर देखा जाए तो सरकार की इस योजना से ग्रामीण अंचल में विकास की एक अलग वातावरण बन रहा है और इसी वातावरण को देखकर जिला में मौजूद भाजपाई नेता चौंधियां गए है। शायद इसलिए छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा निर्मित गौठानो में जाकर सुविधाओं के नाम पर रोना रोते हुए देखे गए है। जिला में मौजूद सभी भाजपाई कमल भैय्ये नेता जरा ये बताए यदि छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार द्वारा निर्मित गौठान योजना फेल है, तो केन्द्र में मौजूद मोदी सरकार क्या पागल है, जो इस योजना की तारीफ करते हुए नहीं थकते हैं। रही बात भ्रष्टाचार की तो कमल भैय्ये नेताओं को जरा अपनी जमीर के अंदर भी झांक कर देखना चाहिए। रात दिन गौ माता और गौ सेवा के नाम पर आतंक मचाने वाले भाजपाई कमल भैय्ये इस बात को जरा भी ना भूलें की जब उनकी सरकार प्रदेश में चल रही थी तब उन्हीं के बीच में बैठने वाले चंद लोग छत्तिसगढ़ राज्य से गौ माता की तस्करी करने में मशगूल देखें जाते थे। आज भी ज्यादातर भाजपाई कमल भैय्ये अपने घरों में कुत्ते पालना पसंद करते हैं जबकि गौ सेवा के नाम पर राजनीति करते हैं। इससे पहले राज्य में भाजपा की डाक्टर रमन सिंह वाली सरकार रही उनके कार्यकाल के दौरान रतनजोत के पौधे से डिजल निकालने की मुहिम को अंजाम दिया गया था। आजतक पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के कार्यकाल में उगाई गई रतनजोत के पौधे से डिजल नहीं पाई है। अलबत्ता पूरे प्रदेश भर में बच्चे इसके बीज खाकर बिमार पड़ते रहे हैं। भाजपाई नेताओं को विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने हेतू अभी और भी इंतजार करने की आवश्यकता है क्योंकि जिला के अंदर भाजपाइयों के बीच ही ऐसे कई नेता हैं, जिन्होंने भाजपा की गौठान विरोधी मानसिकता से दूरी बनाते हुए खुद को किनारा कर लिया है।ऐसे में तमाम भाजपाई नेताओं को जरा एक बार अपनी सियासी जमीन को देखने की आवश्यकता महसूस किया जा रहा है ताकि तमाम भाजपाई नेताओं को सरकार विरोधी मानसिकता से बाहर निकला जा सकें। चूंकि केन्द्र में मौजूद भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के कई कार्यों की खुलेआम सराहना करती है जबकि मुद्दा विहिन भाजपाई नेता उसी कार्यों को लेकर फूटी हुई ढोल पिटते हुए दिखाई देते हैं। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मौजूदा सरकार की गौठान योजना को लेकर महत्वपूर्ण सवाल उठाए थे जिस संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की जिला पंचायत सभापति ललीता पीमन साहू ने अपनी बात रखते हुए यह बयान जारी किया है।