बालोद : छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी के रूप में ख्याति प्राप्त गोठान निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पिछले दिनों जिला में गोठान पोल खोल अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिला में मौजूद तीनों विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले लगभग सभी भाजपा नेताओं ने जिले में स्थित ग्राम पंचायतों की सरकारी भूमि पर बनाई गई गौठानों में जाकर भ्रष्टाचार और अनियमितता का जायजा लिया। इस दौरान ज्यादातर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की सरकार पर गौठान निर्माण कार्य में धांधली का आरोप लगाते हुए भूपेश बघेल सरकार को महा घोटाले बाज सरकार की संज्ञा से नवाजा है। भाजपा नेताओं के द्वारा लगाई गई धांधली और अनियमितता की शिकायत पर बालोद जिला प्रशासन एक्टिव मोड़ पर आ गया। आनन फानन में जिला कलेक्टर महोदय ने गौठान निर्माण कार्य से जुड़े हुए अधिकारीयों और कर्मचारियों को तलब कर लिया। इस बिच बालोद जिला प्रशासन द्वारा जिले के जनप्रतिनिधियों के द्वारा जिले के गोठान अवलोकन के संबंध में प्रकाशित खबर पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार अधिकारियों द्वारा तत्काल संबंधित गौठानों का जांच कर वस्तु स्थिति की जानकारी लिए जाने की सूचना है। जिला प्रशासन बालोद की मानें तो जांच में गौठानों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित पाई गई। साथ ही यह भी कहा गया है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रो में एक जागृति आयी है और किसानो के जीवन में परिवर्तन एवं खुशहाली आया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के जिला नोडल अधिकारी सूर्य नारायण ताम्रकार ने बताया कि बालोद जिला क्षेत्रान्तर्गत कुल 437 ग्राम पंचायतो में 405 ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 10 शहरी क्षेत्र में, इस प्रकार कुल 415 गौठान जिले में स्वीकृत है। सभी गौठानो में राज्य शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत् नियमित रूप से गोबर खरीदी की जा रही है।ताम्रकार ने बताया कि अब तक कुल 22 हजार 573 गोबर विक्रेताओ से कुल 5 लाख 82 हजार 749 क्विंटल गोबर का क्रय गौठानो में किया गया है तथा क्रय किये गये गोबर के अनुपात में कुल 1 लाख 68 हजार 4 सौ 75 क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन किया जाकर 1 लाख 40 हजार 6 सौ 99 क्विंटल खाद का विक्रय किया जा चुका है। वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से अब तक स्व-सहायता समुहो को कुल 4 करोड़ 80 लाख रू. से अधिक लाभांश राशि का भुगतान किया गया है। वर्तमान स्थिति में जिले में कुल 249 गौठान स्वावलंबी हो चुके है। जिले में कुल 415 गौठानो हेतु चार चरणो में स्वीकृति प्रदान की गयी है, जिसके अंतर्गत 411 गौठानों में मूलभूत सुविधाओं के साथ गोबर खरीदी कार्य आगामी खरीफ में खाद की पूर्ति हेतु जोर शोर से चल रहा है।
सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में आयी जागृति, समुहों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
जैविक खाद निर्माण हेतु कृषि विभाग को नोडल नियुक्त किया है, विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहो को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है एवं आवश्यकता अनुरूप समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। खाद की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु सैम्पल समय-समय पर प्रयोगशाला में प्रेषित किया जाता है। जिले के गौठानो में बिजली एवं पानी की उपलब्धता हेतु विद्युत विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं समस्त जनपद पंचायतो को निर्देशित किया गया है, जिसके अनुसार संबंधित विभागो द्वारा इस हेतु समुचित प्रयास करते हुए कार्य कराया जा रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था बन रही मजबूत, किसानो को किया जा रहा । पैरा दान हेतु प्रेरित गौठानो में पशुओं की सुखे चारे की उपलब्धता हेतु किसानो को प्रेरित कर जिले में कुल 65 हजार 2 सौ 03 क्विंटल पैरा दान कराया गया है, साथ ही पैरा के संरक्षण हेतु बेलर मशीन से बंडल तथा पशु विभाग द्वारा पैरा उपचार भी कराया गया है,गौठानो में समूहों के द्वारा
सामुदायिक बाड़ी,मत्स्यापालन, मुर्गी पालन,बकरीपालन,मशरूम उत्पादन एवं अन्य आय मूलक आजिविका गतिविधि विभागीय सहयोग से संचालित की जा रही है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है,लेकिन जिला प्रशासन बालोद के द्वारा दी गई दलिल भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी व धांधली जैसे आरोप का जवाब नहीं है। चूंकि जिला प्रशासन के द्वारा बनाई गई तमाम गौठान निर्माण कार्य कांग्रेस पार्टी के करीबी ठेकेदारों ने कराया है और जंहा गुड़ रहता है वंही मख्खी भिनभिनाती है। दरअसल गौठान निर्माण कार्य में गुणवत्ता हिन सामाग्री का इस्तेमाल करते हुए सरकारी पैसो की बंदरबांट करने की सूचना जग जाहिर है। ऐसे में भाजपा के द्वारा लगाई जा रही भ्रष्टाचार के मामले में काफी दम होने की बात कही जा रही है। हालांकि भाजपा नेता गौठान निर्माण कार्य से जुड़े हुए धांधली को कागज में दिखाने में सफलता हासिल नहीं कर सकें है, लेकिन यह सवा आना सत्य है कि गौठान निर्माण कार्य एक दिन बड़े घोटाला को जन्म देगी।