बालोद /गुरूर:- जिला के गुरूर थाना क्षेत्र जो कि एक बड़ा थाना क्षेत्र के तौर पर बरसो से पहचाना जाता रहा है।इस दौरान थाना गुरूर के मुख्य अंग के रूप में कवंर चौकी बखूबी तरीके से गुरूर थाना का साथ दिया है। गुरूर विकासखंड क्षेत्र में रहने वाले लोगों की कई पीढ़ियों ने पुलिस महकमा के इन दोनों ठीकानो को काफी नजदीक से देखा है। लोगों की मानें तो मालगुजारी जमाने की दौर से लेकर अब तक इन दोनों पुलिस महकमा के ठीकानो ने लोगों का ध्यान खींचा है। कच्ची राह और चुनौतीपूर्ण डगर,कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए यंहा पर पदस्थ पुलिस महकमा के अधिकारी और कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी तरीके से निभाने का अब तक सफल प्रयास किया है,लेकिन बिते कल छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग ने गुरूर थाना और कवंर चौकी क्षेत्र को दो नए थाना क्षेत्र में बांट कर क्षेत्र वासियों को एक बड़ा सौगात भेंट दिया है। इससे ना सिर्फ क्षेत्र की आम जनता को पुलिस महकमा से संबंधित कार्यों में सुविधा मिलेगी बल्कि आम नागरिकों की भी सूरक्षा पुख्ता और मजबूत होगी। यानी कि अब गुरूर विकासखंड क्षेत्र में पुलिस महकमा के चार ठिकाने आम लोगों के लिए उपलब्ध मिलेगें। बरसों से आम जनता गुरूर थाना और कवंर चौकी को घर से दूर समझती थी उन्हें अब काफी नजदीक में ही पुलिस प्रशासन से संबंधित सेवाओं का लाभ मिलेगा। नये थानो की शुरुआत होने से आम जनता को तो लाभ होगा ही वंही पुलिस महकमा में पदस्थ पुलिस कर्मचारियों को भी थोड़ी राहत मिलेगी। वैसे भी गुरूर थाना क्षेत्र और कवंर चौकी क्षेत्र का एरिया काफी बड़ा था ऊपर से अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या काम के अनूरुप कम, बावजूद विभाग में तैनात महकमा के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे थे। कंवर चौकी जैसे अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस ठीकाने पर तो महिला पुलिस की व्यवस्था तक नहीं थी। जिसके बावजूद पुलिस महकमा में पदस्थ अधिकारियों ने और कर्मचारियों ने क्षमता से कंही अधिक कर दिखाते हुए लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया है। वैसे भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में पुलिस महकमा को सुख सुविधा के नाम पर सबसे निचला स्तर का माना जाता है। पुलिस महकमा में पदस्थ ज्यादातर छोटे स्तर के अधिकारी और कर्मचारी कठीन से कठीन परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी जिम्मेदारीयो का निर्वहन करते हैं। गुरूर थाना और कवंर चौकी में पदस्थ महकमा के अधिकारी और कर्मचारियों ने जो सेवा भाव आम जनता के मध्य प्रस्तुत किया है वह निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में डट कर काम करते रहने की उनकी जस्बा को सलाम है।
बालोद जिला के सनौद और पुरूर में नया थाना की शुरुआत।
बालोद /गुरूर:- जिला के गुरूर थाना क्षेत्र जो कि एक बड़ा थाना क्षेत्र के तौर पर बरसो से पहचाना जाता रहा है।इस दौरान थाना गुरूर के मुख्य अंग के रूप में कवंर चौकी बखूबी तरीके से गुरूर थाना का साथ दिया है। गुरूर विकासखंड क्षेत्र में रहने वाले लोगों की कई पीढ़ियों ने पुलिस महकमा के इन दोनों ठीकानो को काफी नजदीक से देखा है। लोगों की मानें तो मालगुजारी जमाने की दौर से लेकर अब तक इन दोनों पुलिस महकमा के ठीकानो ने लोगों का ध्यान खींचा है। कच्ची राह और चुनौतीपूर्ण डगर,कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए यंहा पर पदस्थ पुलिस महकमा के अधिकारी और कर्मचारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी तरीके से निभाने का अब तक सफल प्रयास किया है,लेकिन बिते कल छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग ने गुरूर थाना और कवंर चौकी क्षेत्र को दो नए थाना क्षेत्र में बांट कर क्षेत्र वासियों को एक बड़ा सौगात भेंट दिया है। इससे ना सिर्फ क्षेत्र की आम जनता को पुलिस महकमा से संबंधित कार्यों में सुविधा मिलेगी बल्कि आम नागरिकों की भी सूरक्षा पुख्ता और मजबूत होगी। यानी कि अब गुरूर विकासखंड क्षेत्र में पुलिस महकमा के चार ठिकाने आम लोगों के लिए उपलब्ध मिलेगें। बरसों से आम जनता गुरूर थाना और कवंर चौकी को घर से दूर समझती थी उन्हें अब काफी नजदीक में ही पुलिस प्रशासन से संबंधित सेवाओं का लाभ मिलेगा। नये थानो की शुरुआत होने से आम जनता को तो लाभ होगा ही वंही पुलिस महकमा में पदस्थ पुलिस कर्मचारियों को भी थोड़ी राहत मिलेगी। वैसे भी गुरूर थाना क्षेत्र और कवंर चौकी क्षेत्र का एरिया काफी बड़ा था ऊपर से अधिकारी और कर्मचारियों की संख्या काम के अनूरुप कम, बावजूद विभाग में तैनात महकमा के अधिकारी और कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे थे। कंवर चौकी जैसे अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस ठीकाने पर तो महिला पुलिस की व्यवस्था तक नहीं थी। जिसके बावजूद पुलिस महकमा में पदस्थ अधिकारियों ने और कर्मचारियों ने क्षमता से कंही अधिक कर दिखाते हुए लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया है। वैसे भी भारतीय प्रशासनिक सेवा में पुलिस महकमा को सुख सुविधा के नाम पर सबसे निचला स्तर का माना जाता है। पुलिस महकमा में पदस्थ ज्यादातर छोटे स्तर के अधिकारी और कर्मचारी कठीन से कठीन परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी जिम्मेदारीयो का निर्वहन करते हैं। गुरूर थाना और कवंर चौकी में पदस्थ महकमा के अधिकारी और कर्मचारियों ने जो सेवा भाव आम जनता के मध्य प्रस्तुत किया है वह निश्चित तौर पर काबिले तारीफ है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में डट कर काम करते रहने की उनकी जस्बा को सलाम है।