@विनोद नेताम
बालोद : दुनिया भर में फैली वायरसो ने पिछले कुछ समय से मानव जन जीवन सहित प्राणी जगत को बुरी तरह से प्रभावित कर रखा है। एक ओर मानव जन जीवन को कोराना वायरस ने घर में दुबक कर बैठे रहने पर मजबूर किया तो वंही दूसरी ओर लंपी वायरस ने प्राणी जगत को मुश्किल में डाल कर सनसनी फैला दिया है। बालोद जिले के अंदर मवेशियों में फैली लंपी वायरस का विषाणु। ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में ग्रामीण पूजा अर्चना के सहारे मवेशियों का कर रहे है इलाज। वंही पशु चिकित्सा विभाग भी वायरस के रोकथाम और उपचार में जमकर पसीना बहाते हुए नजर आ रहा है। विभाग के अधिकारी और कर्मचारी एवं प्राईवेट मवेशी चिकित्सक गांव गांव घुम कर गांवों में मौजूद मवेशियों पर वायरस से रोकथाम हेतू दवाई का छिड़काव कर रहे है साथ ही टीका लगाते हुए देखे जा रहे है। वायरस से रोकथाम हेतू बकायदा गोठानो में स्प्रे का छिड़काव भी किया है। हालांकि इससे पहले शासन और प्रशासन के निर्देशानुसार ग्राम पंचायतों में बकायदा सेनिटाइजर का छिड़काव कोरोना वायरस काल के दौरान गांव की गली और घोर तक में घनघोर तरीके से किया जा चुका है जिसमें घनघोर तरीके से अनियमितता की शिकायत होने की बात कही जाती है। बहरहाल इस बार का छिड़काव मवेशियों में फैली लंपी वायरस की फैलाव को रोकने हेतू पशु चिकित्सा विभाग कर रही है। पशु चिकित्सा विभाग की मानें तो लंपी वायरस काफी प्रभावशाली है इसका असर इतना गंभीर बताई गईं है, कि उचित इलाज नहीं मिलने पर पशुओ की मौत सुनिश्चित है। अबतक पूरे देश भर में लाखों मवेशी इस वायरस के चपेड़ में आये है।
विगत दिन पहले जिला के एक पशु पालक किसान की लगभग दो दर्जन से अधिक बकरी और बकरे बे मौत मारे गए हैं। सभी जानवरों की बे मौत मारे जाने का कारण निश्चित रूप से बिमारी ही रही होगी। पशु चिकित्सा विभाग की मौजूदगी दरमियान भी इस तरह की घटना निश्चित रूप से पशु चिकित्सा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। लोगों के द्वारा खड़े जा रहे सवाल कई मायनों में सही है। आखिरकार सरकार जिला में विभाग की मौजूदगी पशुओं की इलाज हेतू तय कर रखा है। ऐसे में पशुओं की मौत सवाल तो खड़ा करेगा ही है। लोगों की मानें तो पशु चिकित्सा विभाग जिला में भगवान भरोसे और प्राइवेट पशु चिकित्सको के भरोसे टिकी हुई है। ऐसे में लंपी वायरस जैसी बिमारी से जल्दी छूटकारा की कल्पना भी करना शायद जल्दबाजी होगी।
जिला के ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में पशुओं की सूरक्षा हेतू पुजा पाठ की शुरुआत
लंपी वायरस की फैलाव जिला के लगभग हर हिस्सा तक पहुंच गई है। इस वायरस के चपेड़ में आये कई मवेशियों की मौत हो चुकी है। मवेशियों पर वायरस की फैलाव की रोकथाम हेतू ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में ग्रामीण पुजा पाठ कर रहे है। पुरानी मान्यताओं अनुसार ग्रामीण गांव को बंद कर गांव में मौजूद सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना करते हुए इस बिमारी से मवेशियों को बचाने हेतू प्रार्थना कर रहे हैं।