विनोद नेताम
बालोद -: जिला के डौंडी लोहारा थाना क्षेत्र में घटित एक घटणा ने पुलिस महकमा को काफी हद तक शर्मशार कर दिया है। वैसे देखा जाए तो पुलिस महकमा अपनी बेहतरीन कार्यो चलते कम और लज्जित करने वाली घटनाओं से ज्यादा प्रसिद्धी हासिल करता है। हद तो तब हो जाती है, जब कुछ ऐसी घटना सूब्बे के महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग मंत्री के गृह नगर क्षेत्र में स्थित थाना क्षेत्र में घटित हो जाती है। चिंता की बात यह है कि उक्त घटणा के चलते ना सिर्फ पुलिस विभाग को शर्मशार होना पड़ रहा है अपितु समाज को भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल जिले के डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में सहायक आरक्षक जो कि गोपनीय पुलिस के तौर पर महामाया थाना में पदस्थ बताए जाते है। वह बिते दिनों अपनी शादीशुदा प्रेमिका के घर आधी रात के समय में घुस गया। इससे पहले आरक्षक वंहा पर कई बार आते जाते देखें जाते रहे है। उक्त आरक्षक की आने जाने की भनक ग्रामीणों को लग चुकी थी। लिहाजा ग्रामीण मौका के इंतजार में पहले से जुटे हुए थे। ग्रामीणों को भनक लगने की जानकारी आरक्षक और उनकी शादीशुदा प्रेमिका को नहीं हुई। अतः आरक्षक जैसे ही महिला के घर में घुसा जिसके बाद उसे वंहा घुसना इतना भारी पड़ गया कि महिला के घर घुसते ही ग्रामीण इकट्ठा होकर आरक्षक को बाहर निकाल जमकर खातिरदारी की यानी कि गोपनीय पुलिस की पूरी गोपनीयता ग्रामीणों ने भंग कर डाली। आरक्षक की पिटाई कर रात भर गांव के कलामंच में ग्रामीणों ने बिठाए रखा। अलसुबह महिला के पति और पुलिस को जानकारी देते हुए बुलाया गया। प्रत्यक्ष दर्शीयो की मानें तो सुबह आरोपी आरक्षक पुलिस के आने से पहले ग्रामीणों के साथ बहस के दौरान बंदूक तान दिया था। हालांकि पुलिस उक्त बंदूक को चिड़िया मारने की बंदूक बताते हुए मामले में लीपापोती करने पर तूली हुई नजर आ रही है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि रिवाल्वर राजा आखिरकार चिड़िया मारने की बंदूक लेकर आधी रात अपनी प्रेमिका के घर में चिड़ीमारी करने हेतू घुंसा था? और पकड़े जाने पर ग्रामीणों को उसी बंदूक से धमकाने का प्रयास क्यों किया? इन सब के बावजूद पुलिस महकमा आरोपी पुलिस आरक्षक के विरुद्ध इस मामले में कोई कार्यवाही आखिर क्यों नहीं कर रहा है? और तो और मामले में पुलिस महकमा ने आरोपी आरक्षक पर जो आई पी सी धाराएं लगाई हैं वह भी संदेह जनक होने की बात कही जा रही है। चूंकि महिला और आरोपी आरक्षक के मध्य प्रेम प्रसंग होने की बात कही जा रही है उस हिसाब से छेड़छाड़ का मामला ही नहीं बनता है। वंही दोनों की रजामंदी से ही घर में आना जाना होता है अतः जबदस्ती घर में घुंसने की बात सही नहीं मानी जा सकती है,लिहाजा सवाल तो उठना लाजिमी है। एक ओर जहां सूब्बे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम दल्ली राजहरा कुसुमकसा आगमन तय है। मुख्यमंत्री के नगर आगमन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयारियां करनी शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री के 19 सितंबर के संभावित प्रवास को लेकर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के को बनाए रखने के लिए सारे उपाय कर रही है,जिसके तहत पुलिस के जवान नगर सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित सभी ढाबा होटल में पहुंचकर तलाशी ले रही है। इसी तरह दल्ली राजहरा के सभी छोटे बड़े होटल रेस्टोरेंट लॉज में जाकर पुलिस के जवान होटल लॉज के मैनेजर कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं। लाज में रहने वालों की जांच पड़ताल की जा रही है,सभी जानकारियां इकट्ठा की जा रही है,ताकि मुखिया जी की सूरक्षा से किसी भी प्रकार के चुक से बचा जा सके। ऐसे में मुखिया जी के आगमन की तैयारियों में जुटी हुई बालोद पुलिस के लिए रिवाल्वर राजा की प्रेम कहानी बहुत कुछ इशारा करती है।
जिले के महामाया थाना में सहायक आरक्षक के पद पर पदस्थ था और इसी थाना क्षेत्र अंतर्गत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का संभावित दौरा तय है,जबकि राज्य के महिला बाल विकास व समाज कल्याण विभाग मंत्री अनिला भेड़िया की विधानसभा क्षेत्र से संबंधित यह घटना है।