छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग व्दारा पुरे प्रदेश में 01 अगस्त से लेकर 13 अगस्त तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में वजन त्यौहार मनाया जा रहा है। और इसी कड़ी में ग्राम पंचायत बंजारी के आंगनबाड़ी केन्द्र में भी भारी उमंग और उत्साह के साथ वजन त्यौहार मनाया गया। जहां गांव की माताए अपने नवजात शिशुओं को लेकर आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंच कर अपने बच्चों के पोषण स्तर की रिपोर्ट कार्ड लेकर घर वापस आये।
ग्राम पंचायत बंजारी के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुर्णिमा ध्रुव ने बताया की बच्चों के पोषण स्तर की जाँच हर माह किया जाता है जहां गर्भवती माताए और नवजात शिशुओं की माताए अपने बच्चों को लेकर हर माह आंगनबाड़ी केन्द्र पहुंचती है। जहां बच्चों के उम्र के आधार पर वजन, और हाईट नापा जाता है।
जहां बच्चों को तीन श्रेणी मे रखा जाता है।
पहला सामान्य--हरा रंग स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में आता है। दुसरा मध्य कुपोषित-- पीला रंग जहां कुपोषण बच्चों की श्रेणी में आता है और तिसरा गंभीर कुपोषित-- लाल रंग जो की अतिकुपोषित बच्चों की श्रेणी मे आता है।
अतिकुपोषित की श्रेणी में आने पर विशेष देखभाल की आवश्यकता पड़ती है।जहां तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र, अस्पताल, मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर में बच्चों की जाँचकर उपचार किया जाता है।बच्चों के खानपान, देखरेख एवं उसके आसपास की स्वच्छता का विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चों को प्रतिदिन 5--6 बार घर में उपलब्ध मुनगा, पालक,बथुआ, हरी साग सब्जी, पीला फल जैसे आम, गाजर,कुम्हड़ा, पपीता, लाल भाजी खट्टा भाजी, फल दूध,अंडा, मछली, अंकुरित दाल इत्यादि नियमित रूप से खिलाना पड़ता है।