रायपुर : छत्तीसगढ़ के 2 राज्यसभा सीट के लिए 10 जून को चुनाव होना है , जिसके लिए हरियाणा कांग्रेस पार्टी विधायको को रायपुर में ठहराये जाने की खबर है । कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने मामले में राजनीतिक तीर छोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री अमित शाह पर छोड़ दिया , जिसके बाद प्रदेश के अंदर राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है । कृषि मंत्री ने अपने बयान में कहा कि खतरे की बात नहीं है लेकिन सुरक्षा जरूरी है । बहुमत कांग्रेस पार्टी की रहती है और सरकार अमित शाह बना लेते है इसलिए सतर्कता जरूरी है । कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के द्वारा छोड़ी गई राजनीतिक तीर का जवाब राजनीतिक तीर से देते हुए नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि आखिर कांग्रेस पार्टी का मनोबल क्यों गिरा हुआ है , विश्वास इतना क्यों खो दिए हैं कि उनके पार्टी के विधायक को उठा कर ले जायेंगे । विदित हो कि देश के अंदर विगत कई वर्षों से विधायक ,सांसद को राजनीतिक दलों के द्वारा राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि हेतू खरीदा व बेंचा जाता है ,जिसका सीधा फायदा राजनीतिक दल को सत्ता के शिखर पर पहुंचाने के लिए होता है या फिर सिंहासन में बैठे हुए लोगों को नीचे गिराने के लिए होता है । वैसे देखा जाए तो विगत कुछ वर्षों में भारतीय राजनीति के अंदर सरकार बनाने एवं गिराने हेतू राजनीतिक दलों के द्वारा इस तरह की अनैतिक राजनीतिक व्यवस्था को बढ़ावा देते हुए विधायक और सांसदो को खरीदने व बेचने की चलन जोरों पर है । बहरहाल राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग से बचने हेतू हरियाणा के कांग्रेसी विधायको को छत्तिसगढ़ की राजधानी रायपुर लाया गया है । राजधानी रायपुर के होटल में सभी विधायकों को कड़ी सुरक्षा के मध्य ठहराया गया है । होटल में रूके हरियाणा के सभी कांग्रेसी विधायकों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम होटल के अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मियों की जबदस्त तैनाती ।