बालोद जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर डौंडीलोहारा ब्लाक के तुमडी़कसा पंचायत के आश्रित ग्राम में तुएगोंदी स्थित घनघोर जंगल में स्थापित जामडी़ पाट जो कि कई पीढि़यों से आसपास के सैकडो़ गांव का रुढि़जन्य आस्था का केन्द्र हैं !जहां कुछ वर्ष पूर्व कथित रुप से बाहर से आकर जानकी दास जंगल में झोपड़ी बनाकर बस गए ! इस दौरान वह पुजा पाठ हवन एवं भक्ति भजन करते हुए घासफूंस की बनी झोपडी़ में जीवन व्यतीत करने लगा ! इस दौरान आसपास के रहने वाले ग्रामीणों से जानकीदास को सहयोग मिलता रहा ,कुछ समय ब्यतित हो जाने के बाद जानकीदास ने बालकदास नामक संदिग्ध व्यक्ति को लेकर आया ! बालकदास के क्षेत्र में आते ही आदिवासीयों की मुल संस्कृति पर भावनात्मक हमला करते हुए हिन्दू रीतिरिवाज को आदिवासियों मे थोपते चला गया, जबकि देश के सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार आदीवासी हिन्दू नहीं है ! संविधान के अनुसार देश के सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है , किसी भी व्यक्ति को किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं पर आघात करने से बचना चाहिए क्योंकि यह कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है ! 01मई 2022 को तुएगोंदी सहित आसपास के ग्रामीण जामडी़ पाट में बालकदास की गलती और लापरवाही के चलते गांव में प्राकृतिक संकट और अनहोनी से बचने के लिए बालकदास के सहयोग से पुरखों के द्वारा बनाई गई संस्कृति के अनुसार गांव की सामाजिक व्यस्था को बनाये रखने हेतू पाट पुरखा में जीव सेवा अर्जी देकर ग्रामीण तुएगोंदी में भोजन/प्रसाद बना रहे थे तभी अचानक संजीव सिंह उर्फ संटू पिता बालमुकुंदसिंह बीएसपी कर्मी और पहलवान है जो कि भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा दल्ली राजहरा का अध्यक्ष है! उसने अपने गुंडे मवाली दोस्तों के साथ तलवार,राड,डंडा से लैस चारपहिया ,दोपहिया वाहनों में सैकडो़ कि संख्या में आकर ग्रामीण महिला पुरुषों पर ताबड़तोड़ प्राणघातक हमला को अंजाम दिए जिसमें कई ग्रामीणों को गंभीर चोट आयी , हमलाकर संजीव सिंह अपने गुंडे मवाली दोस्तों के साथ घटणा के बाद फरार हो गया! जैसे तैसे घटना स्थल पुलिसबल पहुंची और घायल हुए ग्रामीणों को स्थानिय लोगों की मदद से इलाज हेतू अस्पताल पहुंचाया गया !
इधर घटना के बाद प्राथमिकी दर्ज होने उपरांत मामले में गुनहगारों की धरपकड़ बालोद पुलिस ने शुर कर दिया,लेकिन उक्त घटना में राम बालक दास के बहकावे में आकर मारपीट को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाबी हासिल करते हुए छिप रहा था ! अंततः नाटकीय अंदाज में प्रयोजित ढंग से संजीव सिंह उर्फ संटू ने एसपी कार्यालय बालोद में 10 /06/22 को आत्म समर्पण कर दिया! जहां से उसे कोर्ट में जज के सामने पेश किया गया और जज ने उसे जेल प्रशासन के हवाले करने का आदेश देते हुए जेल भेज दिया !
गौरतलब है कि इस सभी घटना को अंजाम देने में बालकदास का सक्रिय भूमिका रही है जिसके चलते सर्व आदीवासी समाज उनकी गिरफ्तारी की मांग रखी है ! विदित हो,कि बालकदास के कृत्य पर भारतीय जनता पार्टी व बजरंगदल एवं अन्य हिन्दू संगठन चुप्पी साधते हुए बालकदास का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर रहे है ! अब सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा जो स्वयं को अनुसाशित पार्टी होने का दंभ भरती है, संजीवसिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखायेगी या जेल से बाहर आते ही फुलमाला पहनाकर ,रंग गुलाल से स्वागतकर गले लगायेगी। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उक्त फर्जी बाबा जो स्वयं खुद के मूंह से स्वयं को महात्यागी होने का दर्जा प्रदान करता है , स्वयं के धर्म की प्रसंशा और दूसरे धर्म से जुड़े हुए लोगों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करता है ! ऐसे व्यक्ति की गुणगान में महिमा मंडित करते हुए चोरी की जमीन पर बनाई गई आश्रम का लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेता अकसर दौरा करते हैं ! छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह , कांकेर लोकसभा सांसद मोहन मंडावी सहित बीजेपी के नेताओं की ढोंगी बाबा बालकदास के साथ है मधुर संबंध ! जिसके चलते हाल-फिलहाल सर्व आदीवासी समाज बालोद ने कांकेर लोकसभा सांसद मोहन मंडावी का समाजिक बहिष्कार करते हुए है समाज के सभी क्रार्यक्रमों में मोहन मंडावी को स्थान नहीं देने का प्रस्ताव पास किया है ! तूएगोंदी मामले में बालोद पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में होने की संभावना जताई जा रही है , सूत्रों की मानें तो मामले में बालोद पुलिस के द्वारा सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही हैं! पुलिस के गिरफ्त में आये सभी लोगों पर पुलिस ने गंभीर मामले में अपराध दर्ज करते हुए जेल दाखिल भी कर दिया है!जेल के अंदर बंद मौजूद आरोपियों को 17 जून के पहले ज़मानत पर रिहा करवाने हेतू कुछ असमाजिक गतिविधियों में शामिल रहने वाले तथाकथित भारतीय जनता पार्टी की नेताओं के साथ मिलकर रणनीति बनाने में जुटे हुए है !अब ऐसे में मामले में आगे क्या होता है यह देखने वाली बात होगी क्योंकि अगामी 17 जून को सर्व आदीवासी समाज के द्वारा प्रदेश स्तरीय जेल भरो आंदोलन का आव्हान किया गया है !