विश्व आदिवासी दिवस पर गरियाबंद में जुटे हजारों आदिवासी समाज के लोग
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद भवन मजरकट्टा गरियाबंद में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया। लगभग पन्द्रह हजार की तादाद में उपस्थित सामाजिक जनों द्वारा आराध्य देव बुढ़ादेव की पूजा अर्चना पश्चात परिषद भवन से विराट रैली के रूप में शोभायात्रा निकाली गई।जिसमें आदिवासियों का आभूषण पारंपरिक अस्त्र-शस्त्र, तीर- धनुष , पारंपरिक लोक नृत्य का प्रदर्शन करते हुए पूरे शहर का भ्रमण किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा विशिष्ट कार्य के लिए जिले के सरपंचों का सम्मान किया गया।इस अवसर पर कार्यक्रम के सभापति आर एन ध्रुव अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़ द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी समाज के न्याय-फैसले पारंपरिक आदिवासी पंचायत में ही होना चाहिए इससे समाज का पैसा बचेगा और अनावश्यक पुलिस ,कोर्ट कचहरी के चक्कर से बचेंगे। राजस्थान के मीना आदिवासी महासभा की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजस्थान का मीना पंचायत के फैसले को सभी स्वीकार करते हैं । इसलिए वहां की मीना पंचायत को मीना हाईकोर्ट के नाम से भी जाना जाता है ।उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट में आदिवासी समाज के कोई भी न्यायधीश नहीं होने से आदिवासियों के लिए न्याय बड़ा कठिन हो गया है। इसलिए सरकार न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए कॉलेजियम सिस्टम समाप्त कर न्यायिक सेवा आयोग का गठन कर आदिवासियों को भी जनसंख्या के अनुपात में न्यायाधीश बनने का अवसर प्रदान करें। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से आह्वान किये कि लोकसभा एवं विधानसभा में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासियों को ही टिकट दे। महासमुंद लोक सभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि महासमुंद लोकसभा में 3 जिले आते हैं। जिसमें धमतरी जिला में आदिवासियों की आबादी लगभग ढाई लाख, गरियाबंद जिले में लगभग तीन लाख एवं महासमुंद जिले में तीन लाख से भी अधिक आदिवासी होने के बावजूद यहां आज तक किसी भी आदिवासी समाज के लोगों को किसी भी राजनीतिक पार्टी ने चुनाव लड़ने का अवसर नहीं दिया है। इस लोकसभा क्षेत्र में आदिवासियों की आबादी 30% से अधिक होते हुए भी सभी राजनीतिक पार्टियां आदिवासियों को केवल वोट बैंक के रूप में गुलाम बना कर रखी हुई है। इसलिए आदिवासी समाज भविष्य में ऐसे पार्टियों को सपोर्ट करें जो आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासियों को प्रतिनिधित्व का अवसर दें। छत्तीसगढ़ के विभिन्न विभागों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के पदों के खिलाफ हजारों की संख्या में गैर आदिवासियों को हाईकोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या कर पदोन्नति दे दी गई है जिसे तत्काल रोक कर आदिवासियों को भी जनसंख्या के अनुपात में पदोन्नति दिए जाने की मांग दोहराई है। कार्यक्रम के संयोजक श्री ओंकार शाह जी संरक्षक अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद ने कहा कि आदिवासी समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। आदिवासी समाज के छोटे-छोटे समस्याओं का समाधान सरकार शीघ्र करे। कलेक्टर गरियाबंद द्वारा विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि आदिवासी संस्कृति उत्कृष्ट है। इस महान संस्कृति को संरक्षण संवर्धन कर रखने की जरूरत है। आदिवासी समाज के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले इस हेतु जिला प्रशासन पूरा प्रयास करेगी। श्रीमती पारुल माथुर पुलिस अधीक्षक गरियाबंद द्वारा विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज ने जल- जंगल- जमीन को सहेज कर रखा है। लोग शांति और सुकून के लिए इन्हीं आदिवासियों के बीच आते हैं। श्री जनक ध्रुव महामंत्री अनुसूचित जनजाति छत्तीसगढ़ ने कहा कि 1994 में अपने गठन के 50 वर्ष बाद संयुक्त राष्ट्र संघ में यह महसूस किया कि 21वीं सदी में भी विश्व के विभिन्न देशों में निवासरत जनजाति मूलनिवासी आदिवासी समाज अपनी उपेक्षा, गरीबी, अशिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा का अभाव ,सरकार के बड़े बड़े उद्योग एवं सिंचाई बांध के कारण विस्थापन ,बेरोजगारी एवं बंधुआ मजदूर जैसे समस्याओं के निराकरण हेतु 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पूरे दुनिया भर में मनाने का फैसला लिया गया है। उसी कड़ी में आज हम सब विश्व आदिवासी दिवस का महापर्व को मना रहे हैं। श्रीमती लोकेश्वरी नेताम अध्यक्ष अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद गरियाबंद ने कहा कि आदिवासी समाज सबकी भावनाओं को सम्मान करने वाला सदैव शांत-प्रिय रहा है। आज हमें समाज की भावनाओं के अनुरूप इनके शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति को आगे बढ़ाने हेतु ठोस रणनीति के तहत संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है। भरत दीवान अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि गरियाबंद जिले के विभिन्न विकास खंडों में बड़े जोर शोर से आदिवासियों के इस महापर्व को मनाया जा रहा है । समाज को संगठित करने का यह बेहतर अवसर है। आभार प्रदर्शन श्री सुदामा ठाकुर द्वारा एवं कार्यक्रम का संयोजन भागसिंह ठाकुर अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़, श्री महेंद्र नेताम ,श्री उमेंदी कोर्राम अध्यक्ष अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद गरियाबंद द्वारा किया गया।इस अवसर पर श्री एन आर चंद्रवंशी प्रांतीय कोषाध्यक्ष जनजाति शासकीय सेवक संघ, जयपाल सिंह ठाकुर प्रांतीय सचिव, नरसिंह ध्रुव अध्यक्ष गोंड समाज गरियाबंद, खेदुराम नेगी उपाध्यक्ष गोंड समाज मैनपुर , मुकेश बिसेन अध्यक्ष हलबा समाज, परदेसी नेताम, श्रीमती धानबाई कमार, श्री मनीष ध्रुव अध्यक्ष सरपंच संघ गरियाबंद, श्री लेखराज ध्रुवा अध्यक्ष सरपंच संघ छूरा ,,श्री नरेंद्र कुमार ध्रुव अध्यक्ष युवा प्रभाग सर्व आदिवासी समाजओंकार साह अध्यक्ष अखिल भारतीय अमात गोंड़ समाज भरत दीवान अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ,, उमेदि कोर्राम अध्यक्ष अखिल भारतीय विकास परिषद गरियाबं, , इंदर कुमार ध्रुव अध्यक्ष युवा प्रभाग अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद महासचिव आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज , पुरुषोत्तम ध्रुव सचिव यु.प्र.सर्व आदिवासी समाज,वीरेन्द्र ध्रुव, सावित्री नागेश मनीष ध्रुव सरपंच संघ अध्यक्ष गरियाबंद दिनेश ध्रुव,अगहन ध्रुव ,इन्दर ध्रुव अध्यक्ष युवा प्रभाग आदिवासी विकास परिषद,यसवंत ध्रुव,भगसिंग ठाकुर,निरंजन ध्रुव,नाहर गांव चित्ररेखा ध्रुव
सड़क परशुली सुरेखा नागेश
खुर्सीपार चंद्रिका ध्रुव कौशल सिंह ठाकुर परदेसी ध्रुव लेख राम ध्रुवा अलाल सिंह नागेश भोज लाल नेताम तिहार सिंग प्रताप मरकाम खेदू नेगी टिकम कपिल पदम् नेताम खेम सिंग मरकाम परमेश्वर मरकाम टिकम नागवंशी कुँवर ध्रुव,बलदेव नायक, केसरी ध्रुव,टोकेस्वरी मांझी धनसिंह मरकाम लंबोदर ध्रुव हेमन्त मरकाम जगमोहन नेताम श्यामलाल सॉरी सेवक राम उमराव ठाकुर टिकेश्वर, रूपेश, बलिराम हम्मन हेमसिंह भागवत नेट राम मोहिता पर्दे रूखमणी पर्देसुमिता नेताम पुनीता मरकाम गोमिता पर्दे असमोतीन बसन्ती नेताम रमेश्वरी नेताम तिहारिन नेताम गरियाबंद सहित बड़ी संख्या में हजारों की तादाद में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।