छत्तीसगढ़ धमतरी.....वैसे तो कोरोना महामारी के चलते लोग घरों में रहने को मजबूर है...तो दूसरी तरफ जुआ सट्टे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है...सट्टे का कारोबार चलाने वाले खाईवाल को न पुलिस का डर है,और न ही इस महामारी..का तभी तो खुलेआम लिखा जा रहा है,लाखो रु की जुआ सट्टा पट्टी....इसे लिखने के लिए गाँव गाँव मे खाईवाल ने गुर्गो की नियुक्ति कर रखा है....जिसको बड़े आराम से दुर्ग से ऑपरेट कर रहा है...लेकिन पुलिस आँखे बंद कर रखी हुई है।
ये अवैध कारोबार भखारा थाने क्षेत्र के कोपेडीह,हँचलपुर और निपानी टिपाणी गाँवो की जहाँ पर लॉक डाउन के बीच जुआ सट्टे का अवैध कारोबार तेजी से चल रहा है। जिसकी स्विच की बटन दुर्ग में है...ये सारे अवैध काम दुर्ग के एक खाईवाल के इशारों पर होता है।सूत्र बताते है कि बेईमानी का यह काम भी ईमानदारी से होता है। खाईवाल के गुर्गे गाँवो में बाकायदा काउंटर लगाकर इस काम को कर रहे है। जुआ सट्टे के अवैध कारोबार की जो तस्वीरे TOP BHARAT के पास आई है,उसमें साफ दिखाई दे रहे है....कि किस तरह लॉक डाउन के बीच एक घर मे अवैध जुआ सट्टा पट्टी का खेल जोरो से चल रहा है। जहाँ पर खेलने वाले लोगो को पर्ची भी गुर्गो के दुवारा दी जा रही है।बताया जा रहा है कि इस खेल में आसपास गाँव से लोग सट्टा पट्टी लिखाने पहुँचते है...बताया जा रहा है कि यहाँ पर लाखों रु का सट्टा पट्टी लिखी जाती है।लेकिन भखारा पुलिस को क्या इसकी खबर नही है,या फिर जानबूझकर इन लोगो के खिलाफ कार्रवाई नही कर रही है....ये सारे सवालों का जवाब अब आप समझ सकते हो।

सूत्र बताते है कि अंको के इस जाल में स्कूली बच्चे,बेरोजगार युवक,मजदूर वर्ग के लोग अधिक प्रभावित हो रहे है।सटोरियों पर की जाने वाली कार्रवाई भारतीय दंड संहिता की धारा 4 ( क) के तहत होती है अधिकांश प्रकरणों में सजा जुर्माना के रूप में ही होती है,जिसका फायदा के खाईवाल उठा रहे हैं।
हालांकि इस मामले में भखारा थाना प्रभारी से इलाके में चल रहे जुआ सट्टे के अवैध कारोबार को लेकर उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया।लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया।
ये अवैध कारोबार भखारा थाने क्षेत्र के कोपेडीह,हँचलपुर और निपानी टिपाणी गाँवो की जहाँ पर लॉक डाउन के बीच जुआ सट्टे का अवैध कारोबार तेजी से चल रहा है। जिसकी स्विच की बटन दुर्ग में है...ये सारे अवैध काम दुर्ग के एक खाईवाल के इशारों पर होता है।सूत्र बताते है कि बेईमानी का यह काम भी ईमानदारी से होता है। खाईवाल के गुर्गे गाँवो में बाकायदा काउंटर लगाकर इस काम को कर रहे है। जुआ सट्टे के अवैध कारोबार की जो तस्वीरे TOP BHARAT के पास आई है,उसमें साफ दिखाई दे रहे है....कि किस तरह लॉक डाउन के बीच एक घर मे अवैध जुआ सट्टा पट्टी का खेल जोरो से चल रहा है। जहाँ पर खेलने वाले लोगो को पर्ची भी गुर्गो के दुवारा दी जा रही है।बताया जा रहा है कि इस खेल में आसपास गाँव से लोग सट्टा पट्टी लिखाने पहुँचते है...बताया जा रहा है कि यहाँ पर लाखों रु का सट्टा पट्टी लिखी जाती है।लेकिन भखारा पुलिस को क्या इसकी खबर नही है,या फिर जानबूझकर इन लोगो के खिलाफ कार्रवाई नही कर रही है....ये सारे सवालों का जवाब अब आप समझ सकते हो।
सूत्र बताते है कि अंको के इस जाल में स्कूली बच्चे,बेरोजगार युवक,मजदूर वर्ग के लोग अधिक प्रभावित हो रहे है।सटोरियों पर की जाने वाली कार्रवाई भारतीय दंड संहिता की धारा 4 ( क) के तहत होती है अधिकांश प्रकरणों में सजा जुर्माना के रूप में ही होती है,जिसका फायदा के खाईवाल उठा रहे हैं।
हालांकि इस मामले में भखारा थाना प्रभारी से इलाके में चल रहे जुआ सट्टे के अवैध कारोबार को लेकर उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया।लेकिन उनसे संपर्क नही हो पाया।